पुलिस ने दबोचे डिलिवरी गिरोह के सदस्य
इस डिजिटल युग में जहां सभी चीजों की खरीदारी ऑनलाइन हो रही है। लोग बिना कहीं गये अपने घरों में अपनी जरूरतों का सामान ऑनलाइन डिलिवरी के माध्यम से मंगवाते हैं। इससे जहां लोगों को शहर के जाम में फंसने से राहत मिल जाती है और वे अपना समय भी बचा लेते हैं। वहीं ऑनलाइन कंपनियां भी इससे फल फूल रही हैं। वहीं इस आॅनलाइन क्षेत्र में शातिर भी जालसाजी कर कंपनियों को लाखों का चूना लगा रहे हैं। ऐसे ही एक गिरोह का पर्दाफाश करने में पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी। पूछताछ में पता चला कि आरोपियों ने अब तक 18 लाख रुपये की चपत कंपनी को लगायी है।
वापस हुए पार्सल में भरते थे रद्दी
आजियो कंपनी के एरिया मैनेजर ने बताया कि कंपनी शैडोफैक्स कोरियर कंपनी से ऑनलाइन डिलीवरी कराती है। लेकिन बीते कुछ समय से उनके ग्राहकों से वापस आये सामान को चेक करने पर उसमें रद्दी, खराब सामान निकलता शुरू हुआ। कंपनी ने खराब सामान मिलने से हुए नुकसान का आंकलन किया तो पता चला कि कंपनी को अब तक करीब 15 लाख रुपये से ज्यादा का नुकसान हुआ है। कंपनी को हुए गबन की जानकारी जब धारा चौकी में दी गयी तो पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर इसकी जांच शुरू कर शक के आधार पर चार डिलीवरी ब्वॉय से सख्ती से पूछताछ करी तो पता चला कि कम्पनी के साथ हुई जालसाजी में उन्ही का हाथ है। उन्हें गिरफ्तार कर आगे की कार्यवाही शुरू कर दी गयी है।
आजियो कंपनी के एरिया मैनेजर ने बताया कि कंपनी शैडोफैक्स कोरियर कंपनी से ऑनलाइन डिलीवरी कराती है। लेकिन बीते कुछ समय से उनके ग्राहकों से वापस आये सामान को चेक करने पर उसमें रद्दी, खराब सामान निकलता शुरू हुआ। कंपनी ने खराब सामान मिलने से हुए नुकसान का आंकलन किया तो पता चला कि कंपनी को अब तक करीब 15 लाख रुपये से ज्यादा का नुकसान हुआ है। कंपनी को हुए गबन की जानकारी जब धारा चौकी में दी गयी तो पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर इसकी जांच शुरू कर शक के आधार पर चार डिलीवरी ब्वॉय से सख्ती से पूछताछ करी तो पता चला कि कम्पनी के साथ हुई जालसाजी में उन्ही का हाथ है। उन्हें गिरफ्तार कर आगे की कार्यवाही शुरू कर दी गयी है।
खुद ही ऑनलाइन सामान मंगाते थे
पूछताछ में पता चला कि ऑनलाइन गिरोह के सदस्य खुद ही गलत पते पर सामान का आर्डर देते थे क्योंकि आर्डर गलत पते पर होता इसलिए वह कैंसिल हो जाता। इसके बाद वे सामान को खोलकर उसमें नए सामान को निकाल लेते थे और बॉक्स के अंदर खराब सामान, रद्दी को भर कंपनी को वापस कर देते थे। और कंपनी के नए सामान को बाहर बेच लाखों रुपये कमाते थे।
पूछताछ में पता चला कि ऑनलाइन गिरोह के सदस्य खुद ही गलत पते पर सामान का आर्डर देते थे क्योंकि आर्डर गलत पते पर होता इसलिए वह कैंसिल हो जाता। इसके बाद वे सामान को खोलकर उसमें नए सामान को निकाल लेते थे और बॉक्स के अंदर खराब सामान, रद्दी को भर कंपनी को वापस कर देते थे। और कंपनी के नए सामान को बाहर बेच लाखों रुपये कमाते थे।