घर में ला रहे हैं लड्डू गोपाल, तो इन नियमों का जरूर करें पालन

हिंदू धर्म में भगवान कृष्ण को भगत के पालनहार श्री हरि विष्णु का आठवां अवतार माना जाता है। भागवत ग्रंथ में भगवान कृष्ण की लीलाओं की कहानियां है। भगवान श्री कृष्ण का जन्म मथुरा में देवकी और वसुदेव के पुत्र के रूप में हुआ था। भगवान श्रीकृष्ण की पूजा राधारानी के साथ की जाती है। इसके साथ-साथ भगवान कृष्ण के बाल रूप की पूजा करने का विशेष महत्व है। भगवान कृष्ण का बाल रूप हर किसी का मन मोह लेता है। बहुत से लोग लड्डू गोपाल को घर के सदस्य की तरह रखते हैं। अगर आपने भी अपने घर में लड्डू गोपाल को रखा हुआ है, तो उनकी सेवा एक छोटे बालक की तरह की करनी चाहिए। खासतौर पर उनके भोग का अवश्य ध्यान रखना चाहिए। जानिए घर में बाल गोपाल को रखने के नियम, जिससे वह हमेशा अपनी कृपा आपके परिवार के ऊपर बरसाते रहें।

रोजाना कराएं स्नान: जिस तरह से एक बच्चे को रोजाना स्नान कराते हैं। उसी तरह बाल गोपाल को भी रोजाना स्नान कराना चाहिए। बाल गोपाल को स्नान कराने के लिए शंख का इस्तेमाल करें। स्नान कराने के बाद पानी को तुलसी के पौधे में डाल दें।

पहनाएं साफ कपड़े : बाल गोपाल को रोजाना स्नान कराने के बाद साफ वस्त्र पहनना चाहिए। जरूरी नहीं है कि आप रोजाना नए वस्त्र पहनाएं। आप बाल गोपाल को पुराने कपड़े धोकर दोबारा प्रेम से पहना सकते हैं।

रोज करें श्रृंगार: बाल गोपाल को स्नान, वस्त्र पहनाने के साथ-साथ श्रृंगार भी नियमित रूप से करें। उन्हें चंदन का टीका लगाएं।

दिन में चार बार लगाएं भोग: लड्डू गोपाल को दिन में 4 बार भोग जरूर लगाएं। सुबह-सुबह लड्डू गोपाल को दूध या फिर चाय पिला सकते हैं। इसके साथ ही माखन-मिश्री, खीर, हलवा, दही आदि खिला सकते हैं।

घर में न छोड़े अकेला: ऐसी मान्यता है कि बाल गोपाल को कभी भी घर में अकेला नहीं छोड़ना चाहिए। क्योंकि वह आपके घर में बालक के रूप में है। इसलिए हमेशा जहां आप जाएं उन्हें भी साथ ले जाएं। लेकिन शुद्धता का पूरा ध्यान रखें।

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