Meta ने खरीदी Manus AI, कैसे यह स्टार्टअप बदल सकता है एआई की दिशा, जानें क्या है Manus AI और इसके महत्व

KNEWS DESK- Meta ने ग्लोबल AI इंडस्ट्री में अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए Manus AI को खरीदा है। यह डील ऐसे समय हुई है जब दुनिया की बड़ी टेक कंपनियां ऐसे AI सिस्टम पर काम कर रही हैं, जो सिर्फ सवालों का जवाब न दें बल्कि खुद प्लान बनाकर एंड-टू-एंड काम पूरा कर सकें। Manus AI अपने ऑटोनॉमस एआई एजेंट्स के लिए जानी जाती है, जो इंसानों जैसे जटिल कार्य स्वतंत्र रूप से कर सकते हैं।

Meta की AI रणनीति में Manus का महत्व

Meta ने Manus AI को अपने पोर्टफोलियो में शामिल कर यह स्पष्ट कर दिया है कि कंपनी सिर्फ चैटबॉट या इमेज टूल्स तक सीमित नहीं रहना चाहती। मेटा का फोकस ऐसे AI सिस्टम पर है जो निर्णय ले सकें, प्लान बना सकें और खुद काम पूरा कर सकें। Manus का अधिग्रहण मेटा के AI असिस्टेंट और बिजनेस टूल्स को स्मार्ट और ऑटोमेटेड बनाने की दिशा में अहम कदम है।

Manus AI क्या है और क्यों खास है

Manus AI जनरल पर्पस AI एजेंट्स बनाती है, जो मल्टी-स्टेप और जटिल काम बिना इंसानी दखल के कर सकते हैं। ये एजेंट्स मार्केट रिसर्च, कोडिंग, डिबगिंग और बड़े डेटा एनालिसिस जैसी गतिविधियों में सक्षम हैं। कंपनी तब चर्चा में आई जब उसने दावा किया कि उसका फ्लैगशिप AI एजेंट OpenAI के DeepResearch से बेहतर प्रदर्शन करता है।

तेज ग्रोथ ने मेटा को किया प्रभावित

Manus की शुरुआत के सिर्फ आठ महीनों में इसका सालाना एवरेज रेवेन्यू 100 मिलियन डॉलर पार कर गया। रेवेन्यू रन रेट 125 मिलियन डॉलर से ज्यादा बताया गया है। Manus के प्लेटफॉर्म का यूजर बेस ग्लोबल स्तर पर मजबूत है, जिसे मेटा ने आकर्षक पाया।

चीन से सिंगापुर तक का सफर और बड़े निवेशक

Manus की शुरुआत चीन में Monica.Im के तहत हुई थी, बाद में इसे अलग कंपनी बनाया गया और मुख्यालय सिंगापुर शिफ्ट किया गया। कंपनी ने सीरीज-बी फंडिंग में 75 मिलियन डॉलर जुटाए और टेनसेंट, हांगशान कैपिटल ग्रुप जैसे बड़े निवेशकों का सहयोग पाया। इसके अलावा, Manus की अलीबाबा की Qwen AI टीम के साथ भी पार्टनरशिप रही है।

डील के बाद क्या बदलेगा और क्या नहीं

Meta ने स्पष्ट किया है कि Manus अपनी सब्सक्रिप्शन सर्विस पहले की तरह चलाएगा और यूजर्स पर इसका कोई असर नहीं पड़ेगा। Manus के कर्मचारी अब Meta की AI टीम का हिस्सा बनेंगे, जिससे टेक्नोलॉजी और टैलेंट दोनों Meta को मिलेंगे।
Manus के सीईओ जिओ हांग के अनुसार, मेटा से जुड़ने के बाद भी प्रोडक्ट और फैसलों की स्वतंत्रता बनी रहेगी। यह डील मेटा के लिए लार्ज लैंग्वेज मॉडल, AI-संचालित डिवाइस और बिजनेस ऑटोमेशन जैसे क्षेत्रों में पकड़ मजबूत करने में मदद करेगी।

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