डिजिटल डेस्क- महाराष्ट्र में बृहन्मुंबई महानगर पालिका (BMC) समेत राज्य की 29 महानगरपालिकाओं के चुनावों की तारीखों का ऐलान होते ही सियासी सरगर्मियां तेज हो गई हैं। सभी प्रमुख राजनीतिक दल चुनावी तैयारियों में जुट गए हैं। इसी कड़ी में आम आदमी पार्टी (AAP) भी पूरे दमखम के साथ चुनावी मैदान में उतर चुकी है। पार्टी ने साफ कर दिया है कि वह BMC चुनाव अकेले लड़ेगी और किसी भी दल के साथ गठबंधन नहीं करेगी। रविवार को आम आदमी पार्टी ने BMC चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों की तीसरी सूची जारी की। इस सूची में 15 उम्मीदवारों के नाम शामिल हैं। इसके साथ ही पार्टी अब तक कुल 51 उम्मीदवारों की घोषणा कर चुकी है। AAP ने यह सूची अपने आधिकारिक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर साझा की है। पार्टी का कहना है कि उम्मीदवारों का चयन समाज के विभिन्न वर्गों से किया गया है, ताकि हर तबके को प्रतिनिधित्व मिल सके।
पार्टी का मकसद सिर्फ चुनाव जीतना ही नहीं…
AAP नेताओं का दावा है कि पार्टी ने इस बार जमीनी स्तर पर काम करने वाले कार्यकर्ताओं और नागरिक मुद्दों पर सक्रिय लोगों को उम्मीदवार बनाया है। इस मौके पर पार्टी की वरिष्ठ नेता प्रीति शर्मा मेनन ने कहा कि ऐसे समय में जब कई राजनीतिक दल आपसी गठबंधन को लेकर असमंजस में हैं, आम आदमी पार्टी ने राजनीतिक मजबूरियों से ऊपर उठकर अपने समर्पित जमीनी कार्यकर्ताओं और “सिविक हीरोज़” को BMC चुनाव में उतारा है। उन्होंने कहा कि पार्टी का मकसद सिर्फ चुनाव जीतना नहीं, बल्कि बेहतर और जवाबदेह नगर प्रशासन देना है। प्रीति शर्मा मेनन ने आगे कहा कि आम आदमी पार्टी को मुंबई में जमीन पर अच्छा समर्थन मिल रहा है। उनका आरोप है कि मुंबई के लोग बीजेपी के कुशासन से परेशान हैं। साथ ही कांग्रेस और शिवसेना द्वारा बीजेपी को समर्थन दिए जाने से भी आम जनता में नाराजगी है।
गुरुवार को जारी की थी दूसरी सूची
उन्होंने कहा कि मुंबई और मुंबईकर इससे कहीं बेहतर शासन के हकदार हैं और आम आदमी पार्टी उन्हें एक ईमानदार, पारदर्शी और जनहितकारी विकल्प देने के लिए मैदान में है। गौरतलब है कि इससे पहले गुरुवार (25 दिसंबर) को AAP ने उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी की थी, जिसमें भी 15 नाम शामिल थे। पार्टी नेतृत्व पहले ही यह स्पष्ट कर चुका है कि वह मुंबई महानगर पालिका की सभी सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेगी और किसी भी राजनीतिक दल के साथ गठबंधन नहीं करेगी। पार्टी का मानना है कि साफ-सुथरी राजनीति और स्थानीय मुद्दों पर केंद्रित एजेंडा ही उसकी सबसे बड़ी ताकत है।