डिजिटल डेस्क- पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार के हालिया बयान पर भारतीय सेना के लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) कवल जीत सिंह ढिल्लों ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इशाक डार को “पक्का झूठा” बताते हुए कहा कि उनके बयानों में आखिरकार सच्चाई भी सामने आ ही जाती है। केजेएस ढिल्लों ने कहा कि इशाक डार ने जब यह स्वीकार किया कि भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान 79 या 80 ड्रोन दागे थे, तो यह अपने आप में पाकिस्तान की पोल खोल देता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत अगर चाहता तो सभी ड्रोन अपने लक्ष्यों पर सटीक हमला कर सकते थे। लेकिन केवल एक ड्रोन नूर खान एयर बेस पर गिरा, जिससे पाकिस्तान को नुकसान हुआ।
पाकिस्तान के दावों को किया खारिज
ढिल्लों ने पाकिस्तान के दावों को खारिज करते हुए कहा कि “मामूली नुकसान” और “मामूली चोटों” की बात पूरी तरह से झूठ है। उन्होंने बताया कि खुद पाकिस्तान की समा टीवी वेबसाइट ने 14 अगस्त 2025 को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर ऑपरेशन सिंदूर में मारे गए 138 वीरता पुरस्कार विजेताओं के नाम प्रकाशित किए थे, जिन्हें मरणोपरांत सम्मान दिया गया। केजेएस ढिल्लों ने तर्क देते हुए कहा कि अगर 138 सैनिकों को मरणोपरांत वीरता पुरस्कार दिए गए हैं, तो इसका साफ मतलब है कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान 400 से 500 के करीब लोग मारे गए होंगे। उन्होंने कहा कि ऐसे में पाकिस्तान का यह कहना कि केवल मामूली चोटें आईं, पूरी तरह से अविश्वसनीय है।
सच्चाई छिपाना पाकिस्तान की पुरानी आदत
ढिल्लों ने नूर खान एयर बेस को हुए नुकसान का जिक्र करते हुए कहा कि वहां आग लगी थी और इसके वीडियो खुद पाकिस्तानी नागरिकों ने सोशल मीडिया पर साझा किए थे। उन्होंने दावा किया कि पाकिस्तान के सभी 11 एयर बेस इस ऑपरेशन में बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुए थे। उन्होंने कहा कि भारत ने नुकसान के सबूत के तौर पर तस्वीरें और वीडियो सार्वजनिक किए हैं, लेकिन पाकिस्तान की सरकार और उसके नेता झूठ फैलाने से बाज नहीं आएंगे। ढिल्लों ने कहा कि यह पाकिस्तान की पुरानी रणनीति है— सच्चाई को छिपाना और अपने नागरिकों को गुमराह करना।