कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक आज, मनरेगा और राष्ट्रीय मुद्दों पर रणनीति तय करेगी पार्टी

डिजिटल डेस्क- नई दिल्ली में शनिवार को कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) की अहम बैठक होने जा रही है। इस बैठक से पहले कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने स्पष्ट किया है कि इसमें देशहित से जुड़े कई अहम मुद्दों पर गहन चर्चा की जाएगी। उन्होंने कहा कि मौजूदा राजनीतिक हालात, केंद्र सरकार की नीतियां और आम जनता से जुड़े सवाल बैठक के प्रमुख एजेंडे में शामिल होंगे। बैठक में कांग्रेस की शीर्ष नेतृत्व मौजूद रहेगा, जिससे आने वाले समय की राजनीतिक दिशा तय होने की उम्मीद जताई जा रही है। गौरव गोगोई ने केंद्र की बीजेपी सरकार पर मनरेगा को लेकर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि सरकार मनरेगा को कमजोर करने की योजना बना रही है, जिसका सीधा असर देश के लाखों मजदूरों पर पड़ेगा। गोगोई ने कहा, “मनरेगा सिर्फ एक योजना नहीं है, बल्कि यह ग्रामीण भारत के गरीब और मजदूर वर्ग के लिए जीवनरेखा है। सरकार जिस तरह के बदलाव करने की सोच रही है, उससे लाखों लोगों की रोजी-रोटी खतरे में पड़ जाएगी। भाजपा सरकार ने अपने लिए बहुत खतरनाक लक्ष्य तय किया है और कांग्रेस इसे किसी भी हाल में सफल नहीं होने देगी।

राहुल, सोनिया समेत कई बड़े नेता पहुंचे दिल्ली

उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस मनरेगा को खत्म या कमजोर करने की किसी भी कोशिश के खिलाफ सड़क से संसद तक संघर्ष करेगी। कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में इस मुद्दे पर ठोस रणनीति बनाई जाएगी और देशभर में इसे लेकर आंदोलन तेज किया जाएगा। इस महत्वपूर्ण बैठक के लिए कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे कांग्रेस मुख्यालय पहुंच चुके हैं। इसके अलावा वरिष्ठ सांसद और नेता शशि थरूर भी बैठक में शामिल होने के लिए पहुंचे हैं। माना जा रहा है कि इस बैठक में आगामी चुनावों की रणनीति, संगठनात्मक मजबूती और विपक्षी एकता जैसे मुद्दों पर भी चर्चा होगी।

असम सरकार पर तीखा हमला

बैठक से पहले गौरव गोगोई ने असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा पर भी तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि असम में मौजूदा सरकार के दौरान रोजाना भ्रष्टाचार और कुशासन के नए मामले सामने आ रहे हैं। गोगोई ने आरोप लगाया कि हिमंत बिस्वा सरमा की कैबिनेट से जुड़े विधायक लगातार विवादों में घिरे हुए हैं। उन्होंने कहा, “हर दिन आप खबरों में देखते हैं कि किसी विधायक का नाम गायों की तस्करी, अवैध जमीन सौदों में धमकी देने, रेत और कोयला माफिया से जुड़े होने जैसे मामलों में सामने आ रहा है। इतना ही नहीं, एक विधायक की नागरिकता को लेकर भी सवाल खड़े हुए हैं और उनके बांग्लादेशी होने की पहचान पर चर्चा हो रही है।” गौरव गोगोई ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा इन गंभीर सवालों का जवाब देने में पूरी तरह नाकाम रहे हैं। उन्होंने कहा कि असम की जनता अब इस कुशासन से परेशान हो चुकी है और आने वाले समय में इसका जवाब लोकतांत्रिक तरीके से देगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *