डिजिटल डेस्क- कानपुर के गंगा बैराज रोड पर पुलिस चेकिंग के दौरान जवानों को कुचलने की कोशिश करने वाले नशेड़ी युवकों को आखिरकार पुलिस ने पकड़ लिया है। 23 दिसंबर की रात हुई इस सनसनीखेज घटना ने पूरे शहर में हड़कंप मचा दिया था। तेज रफ्तार कार सवार युवकों ने नशे की हालत में पुलिस बैरिकेड तोड़ दिया था, जिससे एक होमगार्ड और दो सब-इंस्पेक्टर घायल हो गए थे। घटना के बाद पुलिस के लिए सबसे बड़ी परेशानी यह थी कि आरोपी कार पर कोई नंबर प्लेट नहीं लगी थी। इससे आरोपियों की पहचान करना बेहद मुश्किल हो रहा था। हालांकि, पुलिस ने हार मानने के बजाय तकनीकी जांच का सहारा लिया और पूरे इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालनी शुरू की।
हादसे से पहले ठेके से ली थी शराब
सीसीटीवी फुटेज में यह साफ नजर आया कि घटना से पहले आरोपी युवक एक शराब के ठेके पर पहुंचे थे और वहां शराब खरीदी थी। इसी फुटेज के आधार पर पुलिस ने शराब ठेके की गतिविधियों की जांच की। जांच के दौरान एक अहम सुराग तब मिला, जब पता चला कि शराब की खरीदारी नकद नहीं बल्कि ऑनलाइन यूपीआई के माध्यम से की गई थी।

यूपीआई ट्रांजैक्शन की जानकारी जुटाकर पुलिस ने भुगतान करने वाले युवकों की पहचान की और 48 घंटे के भीतर दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में सामने आया कि दोनों आरोपी कानपुर स्थित रामा यूनिवर्सिटी में बीटेक के छात्र हैं। आरोपियों ने बताया कि मेडिकल परीक्षा खत्म होने के बाद उन्होंने दोस्तों के साथ पार्टी की और जमकर शराब पी।
पकड़े जाने के डर से उड़ाया बैरियर और मारी टक्कर
नशे की हालत में गाड़ी चलाते हुए वे गंगा बैराज पहुंचे, जहां पुलिस की चेकिंग चल रही थी। पकड़े जाने के डर से उन्होंने बैरिकेड तोड़ते हुए भागने की कोशिश की, जिससे यह गंभीर हादसा हुआ। पुलिस ने बताया कि घटना के समय कार में कुल पांच युवक सवार थे। पुलिस ने घटना में प्रयुक्त कार को बरामद कर सीज कर दिया है। फिलहाल दो आरोपी सलाखों के पीछे हैं, जबकि तीन अन्य की तलाश में लगातार दबिश दी जा रही है।