शिव शंकर सविता- लखनऊ में उत्तर प्रदेश विधानसभा के सत्र के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सदन में जोरदार और आक्रामक अंदाज में विपक्ष पर निशाना साधा। उन्होंने पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) के मुद्दे पर समाजवादी पार्टी को घेरते हुए कहा कि विपक्ष सिर्फ पीडीए की बात करता है, लेकिन इन्हें सुरक्षा देने में पूरी तरह नाकाम रहा है। मुख्यमंत्री ने साफ शब्दों में कहा कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। सीएम योगी ने कहा कि किसी भी प्रकार का अवैध कब्जा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। चाहे कोई भी व्यक्ति सरकारी जमीन पर कब्जा करे, उसे हटाया जाएगा और जरूरत पड़ी तो बुलडोजर भी चलेगा। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद पहली बार गरीबों को मकान का विधिवत अभिलेख मिल रहा है और यह ऐतिहासिक कदम है। साथ ही उन्होंने बताया कि मकान परिवार की महिला सदस्य के नाम पर दर्ज किया जाएगा और इसके लिए लोन की सुविधा भी उपलब्ध कराई जा रही है।
सपा सरकार पर साधा निशाना, बताया 2017 से पहले प्रदेश का हाल
सुरक्षा व्यवस्था पर बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने खुद बिजमा जी को बुलाया था और उन्हें पूरी सुरक्षा दी जाएगी। उन्होंने दावा किया कि आज उत्तर प्रदेश का परसेप्शन पूरी तरह बदल चुका है और राज्य को अब एक सुरक्षित निवेश गंतव्य के रूप में देखा जा रहा है। सीएम योगी ने कहा कि 2017 से पहले प्रदेश में गड्ढायुक्त सड़कें थीं और मेट्रो के नाम पर मजाक किया गया, लेकिन आज हालात पूरी तरह बदल चुके हैं। इन्फ्रास्ट्रक्चर पर बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि 2017 से पहले प्रदेश में सिर्फ डेढ़ एक्सप्रेसवे थे, जबकि आज 22 एक्सप्रेसवे हैं और देश के 60 प्रतिशत एक्सप्रेसवे यूपी में हैं। उन्होंने बताया कि राज्य में 16 हजार किलोमीटर का रेल नेटवर्क है और देश में सबसे ज्यादा एयरपोर्ट भी उत्तर प्रदेश में हैं। 2017 से पहले सिर्फ दो एयरपोर्ट संचालित थे और दो आंशिक रूप से, जबकि आज 16 एयरपोर्ट पूरी तरह संचालित हैं। इसके अलावा देश का पहला वाटरवे भी यूपी में संचालित किया जा रहा है।
शिवपाल यादव रहे भर्तियों के मास्टर- यागी आदित्यनाथ
पुलिस और भर्ती प्रक्रिया पर सीएम योगी ने कहा कि 2017 से पहले पुलिस ट्रेनिंग की क्षमता सिर्फ 3000 लोगों की थी, जिसे अब काफी बढ़ाया गया है। उन्होंने कहा कि “ट्रेनिंग में जितना पसीना बहेगा, ड्यूटी में उतना ही खून बहेगा।” उन्होंने शिवपाल यादव पर तंज कसते हुए कहा कि वे भर्तियों के मास्टर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज यूपी का युवा पारदर्शी तरीके से नौकरी पा रहा है, इसलिए शिक्षा सेवा चयन आयोग में रिटायर्ड डीजीपी को जिम्मेदारी दी गई है। अंत में उन्होंने कहा कि सरकार का काम सज्जनों को सुरक्षा देना और दुर्जनों को ठिकाने लगाना है।