रईस अल्वी- उत्तर प्रदेश के संभल जिले से सामने आया यह हत्याकांड न सिर्फ कानून को चुनौती देता है, बल्कि इंसानी रिश्तों को भी शर्मसार कर देता है। चंदौसी कोतवाली क्षेत्र में एक पत्नी ने अपने प्रेमी और उसके साथियों के साथ मिलकर अपने ही पति की निर्मम हत्या कर दी। वारदात को अंजाम देने के बाद शव के टुकड़े कर पहचान मिटाने की कोशिश की गई, लेकिन एक मासूम बेटी की गवाही ने पूरी साजिश को बेनकाब कर दिया। 15 दिसंबर की सुबह पतरौआ रोड स्थित ईदगाह के पास नाले में एक युवक का क्षत-विक्षत शव मिलने से इलाके में हड़कंप मच गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच शुरू की तो मृतक की पहचान रजपुरा थाना क्षेत्र के कस्बा गंवा निवासी 35 वर्षीय राहुल के रूप में हुई। शव पर बाजू में गुदा नाम ‘राहुल’ उसकी पहचान का सबसे बड़ा सुराग बना।
15 साल पहले हुई थी महिला की शादी
राहुल की शादी 15 साल पहले चंदौसी के मोहल्ला चुन्नी निवासी रूबी से हुई थी। दोनों के दो बच्चे हैं—12 साल का बेटा और 10 साल की बेटी। राहुल जूते का कारोबार करता था और 18 नवंबर से लापता था। हैरानी की बात यह रही कि उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट खुद पत्नी रूबी ने 24 नवंबर को दर्ज कराई थी। जांच आगे बढ़ी तो पुलिस को पत्नी की गतिविधियां संदिग्ध लगीं। सख्ती से पूछताछ करने पर चौंकाने वाला सच सामने आया। पुलिस ने रूबी, उसके प्रेमी अभिषेक और उनके साथी गौरव को हिरासत में लिया। आरोपियों की निशानदेही पर हत्या में इस्तेमाल किया गया तख्त, स्कूटी, बैग, लोहे की रॉड, शौचालय का ब्रश और बिजली का हीटर बरामद किया गया, जिससे साफ हो गया कि हत्या बेहद योजनाबद्ध तरीके से की गई थी।
मेरी माँ को फांसी मिलनी चाहिए…
इस पूरे मामले में सबसे मार्मिक पहलू सामने आया मृतक की 10 साल की बेटी के बयान से। बच्ची ने बताया कि उसके माता-पिता के बीच अक्सर झगड़े होते थे। अभिषेक और गौरव घर आते-जाते रहते थे और बच्चों को चॉकलेट व बाहर का खाना लाकर बहलाते थे। मासूम बच्ची ने पुलिस को बताया कि अभिषेक अक्सर कहता था—“कुछ महीनों की बात है, फिर तुम्हारे पापा रास्ते से हट जाएंगे।” घटना वाले दिन दोनों बच्चे स्कूल में थे। बच्ची ने बताया कि जब वे मां को इन लोगों से मिलने से रोकते थे, तो मां उन्हें डांटती और धमकाती थी। पुलिस के सामने रोते हुए बच्ची ने कहा—“मेरी मां और जिन्होंने मेरे पापा को मारा है, सबको फांसी मिलनी चाहिए। मेरे पापा बहुत अच्छे थे।”