डिजिटल डेस्क- उत्तर प्रदेश के महोबा जिले में रविवार शाम एक ऐसी दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई, जिसने रिश्तों की मर्यादा को तार-तार कर दिया। कबरई थाना क्षेत्र के गुगौरा गांव में सगे भतीजे ने अपने ही चाचा की सरेआम गोली मारकर हत्या कर दी। खेत में सिंचाई कराने पहुंचे बुजुर्ग को न तो अपनी मौत का अंदेशा था और न ही यह उम्मीद कि खून का प्यासा शिकारी उनका अपना ही होगा। मृतक गुलाब सिंह परिहार (60) जनपद मुख्यालय में रहते थे और रविवार को गांव स्थित खेत में पानी लगवाने पहुंचे थे। इसी दौरान पहले से घात लगाए बैठे उनके भतीजे मोनू सिंह ने अचानक तमंचा निकाला और ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। पहली गोली सिर में लगी, दूसरी सीने को चीरती हुई निकल गई। खेत में खून से लथपथ गुलाब सिंह वहीं गिर पड़े और मौके पर चीख-पुकार मच गई। गंभीर हालत में परिजन उन्हें जिला अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। जैसे ही मौत की खबर गांव पहुंची, पूरे इलाके में सनसनी फैल गई। गांव के लोग दहशत में आ गए और खेतों से लेकर गलियों तक सन्नाटा पसर गया।
30 साल पुरानी रंजिश ने लिया खूनी रूप
हत्या के पीछे की वजह और भी चौंकाने वाली है। मृतक के बेटे शिवम सिंह ने पुलिस को बताया कि आरोपी मोनू सिंह अपने पिता की हत्या का बदला लेने की आग में पिछले तीन दशकों से जल रहा था। वह अपने पिता की मौत के लिए चाचा गुलाब सिंह को जिम्मेदार मानता था। इसी खुन्नस के चलते वह लंबे समय से मौके की तलाश में था। परिजनों का दावा है कि इससे पहले भी मोनू सिंह कई बार जानलेवा हमला करने की कोशिश कर चुका था, लेकिन हर बार बचाव हो गया। इस बार उसने पूरी तैयारी के साथ हत्या को अंजाम दिया।
अपनों पर ही शक, साजिश की बू
इस सनसनीखेज हत्याकांड में अब परिवार के भीतर से ही सवाल उठने लगे हैं। परिजनों ने मृतक के भाई वीरेंद्र सिंह की भूमिका पर भी गंभीर संदेह जताया है। आरोप है कि वीरेंद्र सिंह ने ही गुलाब सिंह को सिंचाई के बहाने गांव बुलाया था। ऐसे में यह हत्या सिर्फ गुस्से का नहीं, बल्कि एक सोची-समझी साजिश का हिस्सा भी मानी जा रही है। मृतक की बेटी ज्योति सिंह परिहार और बेटे शिवम का रो-रोकर बुरा हाल है। दोनों ने प्रशासन से निष्पक्ष जांच और दोषियों को सख्त सजा दिलाने की मांग की है।
चार थानों की पुलिस तलाश में, आरोपी फरार
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस बल, फोरेंसिक टीम और फील्ड यूनिट मौके पर पहुंची। घटनास्थल से खोखे और अन्य अहम साक्ष्य जुटाए गए हैं। अपर पुलिस अधीक्षक वंदना सिंह ने बताया कि आरोपी की गिरफ्तारी के लिए कबरई, पनवाड़ी, चरखारी और खन्ना थानों की चार विशेष टीमें गठित की गई हैं। पुलिस के अनुसार, आरोपी मोनू सिंह की आपराधिक प्रवृत्ति पहले से ही दर्ज है और वह वारदात के बाद से फरार चल रहा है। गांव में पुलिस की मौजूदगी बढ़ा दी गई है ताकि कोई और अप्रिय घटना न हो।