KNEWS DESK- लखनऊ के इकाना स्टेडियम में बुधवार को भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच खेला जाना था पांच मैचों की टी20 सीरीज का चौथा मुकाबला, लेकिन खराब विजिबिलिटी के चलते यह मैच एक भी गेंद फेंके बिना रद्द कर दिया गया। स्टेडियम और उसके आसपास घने कोहरे व स्मॉग की मोटी परत छाई रही, जिससे खिलाड़ियों और अंपायरों के लिए मैदान पर उतरना संभव नहीं हो सका।
मैच रद्द होने के बाद क्रिकेट प्रशंसकों में निराशा देखने को मिली और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) की शेड्यूलिंग पर सवाल उठने लगे। सर्दियों के मौसम में उत्तर भारत में कोहरे की समस्या आम है, ऐसे में इस दौरान अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों का आयोजन समझ से परे बताया जा रहा है।
इस मुद्दे पर राजनीतिक प्रतिक्रियाएं भी सामने आईं। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इकाना स्टेडियम की तस्वीरें साझा करते हुए प्रदूषण को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि दिल्ली का प्रदूषण अब लखनऊ तक पहुंच गया है और यह कोहरा नहीं बल्कि स्मॉग है, जिसकी वजह से अंतरराष्ट्रीय मैच कराना संभव नहीं हो पा रहा। उन्होंने राज्य सरकार पर पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाते हुए तंज कसा कि “मुंह ढक लीजिए, आप लखनऊ में हैं।”
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सांसद शशि थरूर ने भी सोशल मीडिया पर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि उत्तर भारत के कई शहरों में फैले घने स्मॉग और बेहद खराब एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) के कारण विजिबिलिटी इतनी कम हो गई कि मैच खेला ही नहीं जा सका। उन्होंने सुझाव दिया कि ऐसे मुकाबले उन शहरों में आयोजित किए जाने चाहिए जहां हवा की गुणवत्ता बेहतर हो।
गौरतलब है कि दक्षिण अफ्रीका के भारत दौरे के लिए नवंबर–दिसंबर के दौरान देश के कई शहरों—लखनऊ, रांची, रायपुर, धर्मशाला, विशाखापत्तनम, कटक, अहमदाबाद, गुवाहाटी और कोलकाता—को मैच स्थलों के रूप में चुना गया था। हालांकि लखनऊ में चौथा टी20 रद्द होने के बाद एक बार फिर यह बहस तेज हो गई है कि सर्दियों में उत्तर भारत में क्रिकेट आयोजन कितना व्यावहारिक है।