पीएम और गृहमंत्री को अब दे देना चाहिए इस्तीफा… यह फैसला मोदी और शाह के चेहरे पर तमाचा है, नेशनल हेराल्ड मामले में आया खरगे का बयान

शिव शंकर सविता- नेशनल हेराल्ड मामले में कांग्रेस के शीर्ष नेताओं सोनिया गांधी और राहुल गांधी को अदालत से राहत मिलने के बाद सियासत तेज हो गई है। इस फैसले के बाद कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने केंद्र सरकार और भाजपा नेतृत्व पर तीखा हमला बोला है। दिल्ली में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में खरगे ने कहा कि कांग्रेस इस लड़ाई को संसद के भीतर और बाहर दोनों जगह लड़ेगी और अपने विरोधियों को सबक सिखाएगी। खरगे ने कहा, “हम उनसे संसद के अंदर भी लड़ेंगे और बाहर भी। वे जितना हमें डराने की कोशिश करेंगे, हम उतनी मजबूती से मुकाबला करेंगे।” उन्होंने अदालत के फैसले को लोकतंत्र और न्याय की जीत बताया। खरगे ने सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को निशाने पर लेते हुए कहा कि इस फैसले के बाद दोनों को इस्तीफा दे देना चाहिए। उन्होंने कहा, “यह फैसला मोदी और शाह के चेहरे पर तमाचा है। उन्हें इस्तीफा देना चाहिए, ताकि वे राजनीतिक बदले की भावना से लोगों को परेशान न कर सकें।”

रकार जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर विपक्ष को डराने और दबाने का काम कर रही है- खरगे

कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष खरगे ने कहा कि भाजपा सरकार जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर विपक्ष को डराने और दबाने का काम कर रही है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर इस तरह की राजनीति जारी रही, तो देश की जनता इसे बर्दाश्त नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का हर कार्यकर्ता इस मुद्दे पर एकजुट है और सरकार को करारा जवाब देगा। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता भी मौजूद रहे। कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि पार्टी मोदी सरकार की “बदले की राजनीति” को देश के सामने उजागर करेगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ता पूरे देश में एजेंसियों के दुरुपयोग के खिलाफ अपनी ताकत दिखाएंगे। वहीं वरिष्ठ नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि नेशनल हेराल्ड मामला राजनीतिक प्रतिशोध और उत्पीड़न की कहानी है। उन्होंने कहा कि कानून ने साफ शब्दों में बता दिया है कि इस मामले में हकीकत क्या है।

कोर्ट ने ईडी की चार्जशीट का संज्ञान लेने से कर दिया था इंकार

कांग्रेस नेता जयराम रमेश और पवन खेड़ा ने भी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जांच एजेंसियों का इस्तेमाल विपक्ष को दबाने के लिए किया जा रहा है, लेकिन कांग्रेस इससे डरने वाली नहीं है। नेताओं ने कहा कि जब-जब पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को समन भेजा गया, तब-तब कांग्रेस ने लोकतांत्रिक तरीके से सड़कों पर उतरकर विरोध दर्ज कराया। गौरतलब है कि मंगलवार को दिल्ली की एक अदालत ने नेशनल हेराल्ड मामले में ईडी की चार्जशीट पर संज्ञान लेने से इनकार कर दिया। स्पेशल जज विशाल गोगने ने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय की जांच किसी एफआईआर पर आधारित नहीं थी, बल्कि एक निजी शिकायत के आधार पर की गई थी, जो कानूनन गलत है।

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