डिजिटल डेस्क- पश्चिम बंगाल में विश्व प्रसिद्ध फुटबॉलर लियोनल मेसी के कार्यक्रम के दौरान हुए बवाल ने राज्य की राजनीति और प्रशासन में हलचल मचा दी है। इस मामले में राज्य के खेल मंत्री अरूप बिस्वास ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को अपना इस्तीफा सौंपते हुए कहा कि निष्पक्ष और स्वतंत्र जांच सुनिश्चित करने के लिए उनका पद पर बने रहना उचित नहीं होगा। टीएमसी के वरिष्ठ प्रवक्ता कुणाल घोष ने अरूप बिस्वास का इस्तीफा पत्र सार्वजनिक किया और सोशल मीडिया पर साझा किया। पत्र में बिस्वास ने लिखा कि मेसी के कार्यक्रम के दौरान हुई अव्यवस्था और उससे जुड़े घटनाक्रम को लेकर उठ रहे सवालों के मद्देनज़र वह नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए पद छोड़ रहे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया कि पूरे मामले की पारदर्शी जांच हो, ताकि सच्चाई सामने आ सके।
मेसी इवेंट में क्या हुआ था?
लियोनल मेसी के कार्यक्रम के दौरान भारी भीड़ उमड़ पड़ी थी। अव्यवस्था, तोड़फोड़ और सुरक्षा में चूक के आरोप लगे, जिसके बाद सरकार और पुलिस प्रशासन की जमकर आलोचना हुई। विपक्षी दलों ने इसे कानून-व्यवस्था की बड़ी नाकामी बताते हुए ममता सरकार को घेरा।
पुलिस अधिकारियों पर भी गिरी गाज
मामले की गंभीरता को देखते हुए पश्चिम बंगाल सरकार ने डीजीपी राजीव कुमार, बिधाननगर के सीपी मुकेश कुमार और युवा मामले व खेल विभाग के प्रधान सचिव राजेश कुमार सिन्हा को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। इन अधिकारियों से पूछा गया है कि कार्यक्रम के दिन सुरक्षा और प्रशासनिक व्यवस्था में चूक क्यों हुई। इसके अलावा, डीसीपी अनीश सरकार (IPS) के खिलाफ भी विभागीय कार्रवाई शुरू कर दी गई है। उन पर कार्यक्रम के दौरान अपनी ड्यूटी और जिम्मेदारियों में कथित लापरवाही बरतने का आरोप है। पूरे मामले की निष्पक्ष जांच के लिए राज्य सरकार ने विशेष जांच टीम (SIT) का गठन किया है। इस टीम में वरिष्ठ IPS अधिकारी पीयूष पांडे, जावेद शमीम, सुप्रतिम सरकार और मुरलीधर को शामिल किया गया है। SIT को यह जांच करने का जिम्मा सौंपा गया है कि कार्यक्रम के दौरान सुरक्षा व्यवस्था में कहां और कैसे चूक हुई, और इसके लिए कौन जिम्मेदार है।