डिजिटल डेस्क- दिल्ली में ‘वोट चोरी’ के खिलाफ कांग्रेस की महारैली से पहले लगे विवादित नारों ने सियासी तूफान खड़ा कर दिया है। रैली से पहले कुछ कांग्रेस कार्यकर्ताओं की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ “मोदी तेरी कब्र खुदेगी” जैसे नारे लगाए गए, जिस पर सत्तापक्ष ने कड़ी आपत्ति जताई है। इस मुद्दे को लेकर संसद के दोनों सदनों में जमकर हंगामा हुआ। संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने सदन में इस नारेबाजी की कड़ी निंदा करते हुए इसे खतरनाक मानसिकता करार दिया। उन्होंने कहा कि यह किस तरह की सोच है, जिसमें विरोधियों के खिलाफ सार्वजनिक तौर पर जान से मारने जैसी भाषा का इस्तेमाल किया जा रहा है। रिजिजू ने कहा कि प्रधानमंत्री के खिलाफ ऐसी बातें कहना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है और सिर्फ निंदा कर देना पर्याप्त नहीं है।
इस तरह के नारे कांग्रेस की हताशा और झुंझलाहट को दर्शाते हैं- जेपी नड्डा
किरेन रिजिजू ने मांग की कि कांग्रेस अध्यक्ष और विपक्ष के नेता को संसद के फ्लोर से देश से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस में जरा भी इंसानियत और लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति सम्मान बचा है, तो उन्हें बिना देरी देश से माफी मांगनी चाहिए। तभी माना जाएगा कि कांग्रेस ने अपनी गलती स्वीकार की है। इस मामले पर भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि इस तरह के नारे कांग्रेस की हताशा और झुंझलाहट को दर्शाते हैं। नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री की मृत्यु की कामना करना न सिर्फ निंदनीय है, बल्कि यह राजनीति के गिरते स्तर को भी दिखाता है। उन्होंने सोनिया गांधी से देश से माफी मांगने की मांग की और कहा कि कांग्रेस ने राजनीति को ऐसी जगह पहुंचा दिया है, जिसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती।
वोट चोर, गद्दी छोड़ो को रैली में जबरदस्त समर्थन मिल रहा है- केसी वेणुगोपाल
वहीं कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने पार्टी की “वोट चोर, गद्दी छोड़ो” रैली को जबरदस्त समर्थन मिलने का दावा किया। उन्होंने कहा कि दिल्ली में लंबे समय बाद इतनी बड़ी रैली देखने को मिली है और इसमें जनता का गुस्सा साफ झलकता है। वेणुगोपाल ने कहा कि वोट चोरी का मुद्दा आने वाले समय में एक बड़ा जन आंदोलन बनेगा। प्रधानमंत्री के खिलाफ लगाए गए नारे पर सफाई देते हुए वेणुगोपाल ने कहा कि कांग्रेस पार्टी की परंपरा किसी भी विपक्षी नेता के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करने की नहीं रही है। उन्होंने पलटवार करते हुए कहा कि हाल ही में अमित शाह द्वारा सदन में इस्तेमाल की गई भाषा को भी देश ने देखा है।