KNEWS DESK- दिल्ली के ऐतिहासिक रामलीला मैदान में आज कांग्रेस पार्टी की बहुप्रतीक्षित महारैली आयोजित की जा रही है। रैली को लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई हैं और देश के अलग-अलग राज्यों से हजारों कांग्रेस कार्यकर्ता दिल्ली पहुंच चुके हैं। पार्टी नेतृत्व का दावा है कि यह रैली लोकतंत्र और जनअधिकारों की रक्षा के लिए एक मजबूत संदेश देगी।
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेन्द्र यादव ने बताया कि इस महारैली में दिल्ली के हर बूथ से कांग्रेस कार्यकर्ता शामिल होंगे। रैली को सुव्यवस्थित बनाने के लिए कांग्रेस सेवा दल और स्वयंसेवकों की तैनाती की गई है, ताकि बाहर से आने वाले कार्यकर्ताओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। जो कार्यकर्ता एक दिन पहले दिल्ली पहुंचे हैं, उनके ठहरने और अन्य आवश्यक व्यवस्थाएं भी सुनिश्चित की गई हैं।
महारैली के प्रचार-प्रसार के लिए कांग्रेस ने व्यापक स्तर पर अभियान चलाया है। सोशल मीडिया के साथ-साथ राजधानी के सभी ब्लॉक कांग्रेस कमेटी क्षेत्रों में होर्डिंग, बैनर और पोस्टर लगाए गए हैं। देवेन्द्र यादव ने कहा कि पार्टी ने भाजपा पर कथित वोट चोरी के मुद्दे को पूरे दिल्ली में उजागर किया है और यह रैली उसी के खिलाफ जनआंदोलन का रूप लेगी।
इस रैली में शामिल होने के लिए जम्मू-कश्मीर से भी बड़ी संख्या में कांग्रेस पदाधिकारी और कार्यकर्ता दिल्ली के लिए रवाना हुए हैं। शनिवार को जम्मू से बसों को प्रदेश प्रमुख तारिक हमीद कर्रा, कार्यकारी अध्यक्ष रमन भल्ला और प्रदेश प्रवक्ता रविंद्र शर्मा ने झंडी दिखाकर रवाना किया। पार्टी के अनुसार जम्मू-कश्मीर से करीब 1027 कार्यकर्ता रैली में भाग लेने पहुंचे हैं।
प्रदेश अध्यक्ष तारिक हमीद कर्रा ने कहा कि पिछले कई चुनावों में वोट चोरी हुई है और कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में इसके विरोध में यह रैली आयोजित की जा रही है। उन्होंने दावा किया कि देशभर से लाखों कार्यकर्ता इस रैली में शामिल होकर सच्चाई को जनता के सामने लाएंगे। वहीं रमन भल्ला और रविंद्र शर्मा ने इसे लोकतंत्र की रक्षा के लिए उठाई गई सामूहिक आवाज बताया।
झारखंड कांग्रेस अध्यक्ष केशव महतो कमलेश ने बताया कि रामलीला मैदान में होने वाली इस रैली के लिए झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने बड़े पैमाने पर तैयारियां की हैं। उन्होंने कहा कि ‘वोट चोर गद्दी छोड़ो’ के नारे के साथ AICC अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी के आह्वान पर यह एक ऐतिहासिक रैली होगी। झारखंड के सभी जिलों से नेता, कार्यकर्ता और विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधि पहले ही दिल्ली पहुंच चुके हैं, जबकि रविवार सुबह और हजारों लोगों के शामिल होने की उम्मीद है।