डिजिटल डेस्क- कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के छोटे भाई अनमोल बिश्नोई को अब अगले एक साल तक तिहाड़ जेल से बाहर नहीं लाया जाएगा। पटियाला हाउस कोर्ट ने उसे न्यायिक हिरासत में भेजने के बाद गृह मंत्रालय (MHA) ने BNSS की धारा 303 के तहत एक विशेष आदेश जारी किया है। इस आदेश के बाद देश की किसी भी राज्य पुलिस या एजेंसी को एक साल तक अनमोल को अपनी कस्टडी में लेने की अनुमति नहीं होगी। यानी मुंबई पुलिस हो, पंजाब पुलिस या कोई भी केंद्रीय एजेंसी अब सभी को पूछताछ के लिए तिहाड़ जेल ही जाना होगा। गृह मंत्रालय का यह आदेश बिल्कुल वैसा ही है जैसा उसके भाई लॉरेंस बिश्नोई पर लागू है। अनमोल को जेल से बाहर न निकालने का निर्णय उसकी बढ़ती गैंग गतिविधियों और सुरक्षा जोखिमों को देखते हुए लिया गया है।
कौन है अनमोल बिश्नोई?
अनमोल बिश्नोई लॉरेंस बिश्नोई का छोटा भाई और उसका सबसे भरोसेमंद सहयोगी माना जाता है। अमेरिका से डिपोर्ट होकर इसी महीने भारत लौटा अनमोल एनआईए की निगरानी में है। जांच एजेंसियों का दावा है कि उसने विदेश में बैठकर भारत में सक्रिय बिश्नोई गिरोह के लिए आतंकी नेटवर्क संचालित किया, जबकि जमीनी स्तर पर उसके गुर्गे वारदातों को अंजाम देते रहे। अनमोल ने अपने भाई के आतंकवादी सिंडिकेट को मजबूत करने के लिए लगातार विदेश से निर्देश भेजे। गिरोह के शूटरों को धन, ठिकाना और हथियार उपलब्ध कराना उसका मुख्य काम था।
कई हाई-प्रोफाइल केसों से कनेक्शन
एनआईए की जांच में खुलासा हुआ कि अनमोल कई गंभीर मामलों में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से शामिल रहा है। वह बाबा सिद्दीकी हत्याकांड का आरोपी है। इसके अलावा सलमान खान के घर हुई फायरिंग में उसकी भूमिका की भी जांच चल रही है। साथ ही सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में उसकी संदिग्ध संलिप्तता के साक्ष्य एजेंसियां जुटा चुकी हैं। अनमोल 2020 से 2023 तक देशभर में हुए कई आतंकी कृत्यों में लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ के साथ मिलकर काम करता रहा। कई राज्यों में उस पर हत्या, वसूली, धमकी और आपराधिक साजिश के मामले दर्ज हैं। MHA का आदेश लागू होने के बाद अब कोई भी राज्य पुलिस अनमोल को एक साल तक कस्टडी में नहीं ले सकती। सभी पूछताछ तिहाड़ जेल परिसर में ही की जाएगी।