इंडिगो संकट पर सरकार का कड़ा एक्शन जारी, DGCA ने 4 इंस्पेक्टरों को हटाया

डिजिटल डेस्क- इंडिगो संकट के कारण पूरे देश में यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा, हालांकि अब स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो रही है। लेकिन दूसरी ओर सरकार और DGCA लगातार एयरलाइंस पर कड़ा रुख अपनाए हुए हैं। इंडिगो की उड़ानों में आई बड़ी तकनीकी और संचालन संबंधी दिक्कतों के बाद पहले जहां 10% फ्लाइट्स कम करने का आदेश दिया गया था, वहीं अब DGCA ने एक और महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए इंडिगो की निगरानी करने वाले चार फ्लाइट ऑपरेशन इंस्पेक्टरों को नौकरी से हटा दिया है।

DGCA की सख्त कार्रवाई—4 ऑपरेशन इंस्पेक्टर बर्खास्त

DGCA की प्राथमिक जांच में यह पाया गया कि इंडिगो के संचालन की निगरानी में गंभीर लापरवाही हुई थी। ये इंस्पेक्टर सुरक्षा और ऑपरेशनल मानकों की जांच करते थे, और उनकी ढिलाई की वजह से संकट और बढ़ गया। सभी इंस्पेक्टर DGCA में कॉन्ट्रैक्ट पर काम कर रहे थे, इसलिए उनके खिलाफ तुरंत एक्शन लेते हुए सेवाएं समाप्त कर दी गईं। सरकार ने पहले ही स्पष्ट कहा था कि जिम्मेदार लोगों पर ऐसी कार्रवाई होगी जो मिसाल बनेगी—DGCA द्वारा उठाया गया यह कदम उसी दिशा में एक बड़ा संकेत माना जा रहा है।

दिल्ली हाईकोर्ट ने भी जताई कड़ी नाराजगी

इंडिगो संकट पर गुरुवार को दिल्ली हाईकोर्ट में हुई सुनवाई के दौरान कोर्ट ने केंद्र सरकार और एयरलाइंस दोनों को कठोर शब्दों में फटकार लगाई। अदालत ने पूछा कि जब एयरलाइन संचालन में असफल हो रही थी, तब सरकार ने तत्काल कदम क्यों नहीं उठाए? कोर्ट ने टिकट कीमतों में अचानक हुई भारी बढ़ोतरी पर भी सवाल उठाया, जहां 4–5 हजार रुपये की टिकटें 30 हजार तक पहुंच गईं। कोर्ट ने कहा कि संकट के समय दूसरी एयरलाइंस को मुनाफा कमाने की अनुमति देना गलत है और सरकार को सुनिश्चित करना होगा कि भविष्य में ऐसी स्थिति दोबारा न आए।

इंडिगो का कदम—प्रभावित यात्रियों के लिए 10,000 रुपये का वाउचर

यात्रियों की परेशानी को देखते हुए इंडिगो ने घोषणा की है कि 3 और 4 दिसंबर के प्रभावित यात्रियों को 10,000 रुपये का बैलेंस वाउचर दिया जाएगा। यह वाउचर एक साल तक उपयोग किया जा सकेगा। हालांकि, इस राहत का लाभ केवल उन्हीं दो दिनों के यात्रियों को मिलेगा, जब सबसे ज्यादा उड़ानें रद्द या प्रभावित हुई थीं। सरकार ने पहले ही निर्देश दिया था कि इंडिगो हाई-डिमांड और हाई-फ्रीक्वेंसी रूट्स पर अपनी कुल उड़ानों का 10% संचालन कम करे। इससे प्रतिदिन उड़ने वाली लगभग 2300 फ्लाइट्स में से करीब 230 उड़ानें कम हो जाएंगी। यह फैसला इंडिगो के लिए एक महत्वपूर्ण चेतावनी माना जा रहा है कि सुरक्षा और संचालन में किसी भी प्रकार की चूक बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

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