डिजिटल डेस्क- लोकसभा में मंगलवार को चुनाव सुधार पर हुई विशेष चर्चा के दौरान कांग्रेस सांसद और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी का भाषण विवादों में घिर गया। राहुल गांधी ने अपनी बात की शुरुआत खादी और भारत की बहुविविध संस्कृति के संदर्भ से की। उन्होंने कहा कि भारत एक कपड़े की तरह है, जो अनेक धागों से मिलकर बनता है। देश का हर धागा समान और जरूरी है। इसी प्रतीकात्मक उदाहरण के जरिए राहुल ने समानता और सौहार्द की आवश्यकता पर जोर दिया। लेकिन उनके भाषण ने तब राजनीतिक तापमान बढ़ा दिया, जब उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) का जिक्र करना शुरू किया। राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि समानता की भावना से RSS को दिक्कत है और उसने कई संवैधानिक संस्थाओं पर कब्जा जमा लिया है। जैसे ही राहुल ने यह टिप्पणी की, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने उन्हें बीच में टोका। स्पीकर ने कहा, “LOP होने का मतलब यह नहीं कि आप कुछ भी बोलें। कृपया चुनाव सुधार पर अपनी बात रखें।”
स्पीकर के टोकने के बाद माहौल हुआ गर्म
स्पीकर की टोकाटोकी के बाद सदन में माहौल गर्म हो गया। राहुल गांधी हालांकि अपनी बात जारी रखना चाहते थे, लेकिन सत्ता पक्ष के सांसदों ने कड़ा विरोध जताना शुरू कर दिया। कई सांसद अपनी सीटों पर खड़े हो गए और शोर-शराबा बढ़ गया। हंगामे के बीच राहुल गांधी ने कहा कि वह देश की विविधता और लोकतांत्रिक ढांचे की बात कर रहे हैं, जो चुनाव सुधार के संदर्भ में भी महत्वपूर्ण है।
संसदीय कार्य मंत्री ने कही ये बात
इस पर केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने भी तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि सरकार पूरी गंभीरता से चुनाव सुधार पर चर्चा के लिए तैयार है, लेकिन नेता प्रतिपक्ष मुद्दे से भटककर बयान दे रहे हैं। रिजिजू ने कहा, “हम यहां सुनने के लिए बैठे हैं। कृपया चुनाव सुधार पर बोलें, न कि असंबंधित विषयों पर।” उनकी इस टिप्पणी के बाद सत्ता पक्ष के सदस्यों ने राहुल पर निशाना साधते हुए कहा कि विपक्ष गंभीर विषयों पर भी राजनीति करने से बाज नहीं आ रहा।