माजिद अरमान- जालौन में थाना कुठौंद के प्रभारी निरीक्षक अरुण कुमार राय की गोली लगने से हुई मौत के मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए नामजद आरोपी महिला आरक्षी को गिरफ्तार कर लिया है। यह सनसनीखेज वारदात 5 दिसंबर की रात सामने आई थी, जब थाना प्रभारी का शव कमरे में मच्छरदानी में लिपटा मिला था। घटना की सूचना पर अधिकारियों में हड़कंप मच गया और तत्काल मौके पर पहुंचकर पुलिस टीम ने जांच शुरू कर दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। वहीं परिजनों ने शिकायती पत्र देकर एक महिला सिपाही पर गंभीर आरोप लगाए, जिसके बाद पुलिस ने सुसंगत धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर जांच आगे बढ़ाई। प्रारंभिक विवेचना के दौरान जुटाए गए तथ्यों और वैज्ञानिक साक्ष्यों के आधार पर पुलिस ने नामजद महिला आरक्षी को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया। पुलिस का कहना है कि फॉरेंसिक और अन्य तकनीकी एविडेंस के आधार पर आगे की विवेचना जारी है।
2013 में उपनिरीक्षक तो 2023 में बने थे निरीक्षक
सीओ जालौन ने बताया कि महिला सिपाही को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई और साक्ष्य मिलने पर कानूनी कार्रवाई के तहत उसे गिरफ्तार कर न्यायालय भेज दिया गया है। उन्होंने कहा कि घटनास्थल से प्राप्त सभी सबूतों को एफएसएल भेजा गया है, ताकि मौत की वास्तविक परिस्थितियों का खुलासा हो सके। मृतक प्रभारी निरीक्षक अरुण कुमार राय मूल रूप से संतकबीरनगर के निवासी थे और वर्तमान में गोरखपुर के आवास विकास कॉलोनी में परिवार रहता था। उनकी लंबी व सफल सेवा रिकॉर्ड की वजह से पुलिस विभाग में उनकी विशेष पहचान थी। 1998 में सिपाही भर्ती हुए अरुण राय को 2013 में उप निरीक्षक के पद पर पदोन्नति मिली थी। उत्कृष्ट कार्य के आधार पर 2022 में वह इंस्पेक्टर बने। इंस्पेक्टर बनने के बाद उनकी पहली तैनाती महाराजगंज थाना प्रभारी के रूप में हुई।
2023 में जालौन हुआ था ट्रांसफर
2023 में वह जालौन जिले में तैनात हुए, जहां शुरुआत में उन्हें मीडिया सेल का प्रभार दिया गया। इसके बाद वह कोच कोतवाली और फिर उरई कोतवाली में एक वर्ष से अधिक समय तक रहे। 21 अगस्त 2025 को उन्होंने कुठौंद थाने का कार्यभार ग्रहण किया था और प्रभारी निरीक्षक के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे थे।