डिजिटल डेस्क- हाथरस जिले में विशेष मतदाता सत्यापन अभियान (SIR) के दौरान बीएलओ की मौत के मामले में प्रशासन ने दुर्लभ फुर्ती दिखाते हुए मृतक कर्मचारी के परिवार को बड़ी राहत दी है। असिस्टेंट टीचर और बीएलओ के रूप में तैनात कमलकांत शर्मा के निधन के केवल 72 घंटे के भीतर उनकी पत्नी नीलम शर्मा को बेसिक शिक्षा विभाग में सरकारी नौकरी दे दी गई। इस त्वरित निर्णय की पूरे जिले में प्रशंसा हो रही है और मृतक के परिजनों ने भी जिला प्रशासन का आभार व्यक्त किया है। कमलकांत शर्मा सिकंदराराऊ क्षेत्र के ब्राह्मणपुरी मटकोटा के निवासी थे और लालपुर स्थित संविलियन स्कूल में असिस्टेंट टीचर के पद पर कार्यरत थे। हाल ही में चल रहे SIR अभियान के लिए उन्हें बीएलओ की जिम्मेदारी भी दी गई थी। 2 दिसंबर की सुबह वह ड्यूटी के लिए तैयार हो रहे थे, तभी अचानक चक्कर खाकर गिर पड़े। परिजन उन्हें तत्काल अलीगढ़ के मेडिकल कॉलेज में ले गए, लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। उनके निधन की खबर से परिवार में कोहराम मच गया।
काम के दवाब में मौत होने का लगाया था आरोप
मृतक बीएलओ की पत्नी नीलम शर्मा ने आरोप लगाया कि SIR के दबाव और लगातार बढ़ते काम की वजह से उनके पति मानसिक और शारीरिक तनाव में थे, जिसने उनकी जान ले ली। कमलकांत परिवार के इकलौते कमाने वाले सदस्य थे। परिवार में पत्नी नीलम, चार छोटे बच्चे और बुजुर्ग मां हैं। पहले ही कमलकांत के भाई और बहन की मृत्यु हो चुकी थी जिससे पूरे परिवार का बोझ उन्हीं पर था। घटना के बाद जिला प्रशासन हरकत में आया। डीएम और एसपी सहित कई अधिकारी घर पहुंचकर परिजनों से मिले और हर संभव सहायता का भरोसा दिलाया।
शिक्षा विभाग में चतुर्थ श्रेणी के पद पर मिली नियुक्ति
आमतौर पर ऐसे मामलों में आर्थिक सहायता और नौकरी पाने में परिजनों को महीनों लग जाते हैं, लेकिन इस मामले में जिला प्रशासन और बेसिक शिक्षा विभाग ने तेजी दिखाते हुए कमलकांत की पत्नी को 72 घंटों के भीतर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के पद पर प्राथमिक विद्यालय, सिकंदराराऊ में नियुक्ति प्रदान कर दी। शुक्रवार को आधिकारिक रूप से नीलम शर्मा को नियुक्ति पत्र सौंप दिया गया।