KNEWS DESK- कथावाचक इंद्रेश उपाध्याय और शिप्रा शर्मा का विवाह वैदिक रीति-रिवाज़ों के साथ संपन्न हो गया। परिवार के सदस्यों और चुनिंदा मेहमानों की उपस्थिति में आयोजित इस पवित्र समारोह में इंद्रेश उपाध्याय ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच शिप्रा की मांग में सिंदूर भरा। इसके बाद वर-वधू ने अग्नि के सात फेरे लेते हुए एक-दूसरे का जीवनभर साथ निभाने का संकल्प लिया।
विवाह के दौरान माहौल बेहद भावुक और शुभ था। जैसे ही सिंदूरदान की रस्म पूरी हुई, मेहमानों ने नवदंपति पर पुष्प वर्षा कर आशीर्वाद दिया। समारोह में पारंपरिक संगीत, वैदिक मंत्र और परिवार की खुशी की गूंज माहौल को और भी पावन बना रही थी।
इंद्रेश उपाध्याय और शिप्रा शर्मा की शादी में कई विशिष्ट मेहमान भी शामिल हुए। प्रसिद्ध कवि डॉ. कुमार विश्वास, बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री यहां पहुंचे। धीरेंद्र शास्त्री और इंद्रेश उपाध्याय की गहरी मित्रता जगजाहिर है। हाल ही में आयोजित सनातन पदयात्रा में भी इंद्रेश उपाध्याय उनके साथ शामिल रहे थे। शादी में दोनों की उपस्थिति ने समारोह के महत्व को और बढ़ा दिया।
दोनों परिवारों ने नवविवाहित दंपति को मंगलकामनाएँ देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। शादी का यह शुभ अवसर पारंपरिक वैदिक संस्कृति और आध्यात्मिक वातावरण से ओतप्रोत रहा।