धर्मेंद्र के अस्थि अस्थि विसर्जन के लिए क्यों घाट पर नहीं दिखे सनी और बॉबी देओल? जानें पूरी कहानी

KNEWS DESK – बॉलीवुड के महान अभिनेता और हीमैन कहे जाने वाले धर्मेंद्र के देहांत के बाद पूरा फिल्म जगत और उनका परिवार शोक में डूबा हुआ है। 24 नवंबर को 89 वर्ष की आयु में अंतिम सांस लेने वाले धर्मेंद्र का अस्थि विसर्जन उनके निधन के 9 दिन बाद हरिद्वार में किया गया। इस दौरान कई बातें सामने आईं जो उनके चाहने वालों को भावुक कर गईं।

करण देओल ने किया दादा का क्रियाकर्म

हरिद्वार के हर की पौड़ी पर धर्मेंद्र की अस्थि विसर्जन की विधि पंडित रोहित शिठोरिया ने कराई। पंडित के मुताबिक क्रियाकर्म करने घाट पर अभिनेता के बेटे सनी और बॉबी देओल नहीं पहुंचे। इसके बजाय यह पूरा कार्य धर्मेंद्र के पोते करण देओल और परिवार के अन्य सदस्यों द्वारा संपन्न किया गया।

पंडित रोहित ने बताया कि देओल परिवार एक दिन पहले ही हरिद्वार पहुंच गया था। उन्होंने पूरी प्रक्रिया की जानकारी लेकर 3 दिसंबर को अस्थि प्रवाह का कार्यक्रम तय किया था।

गेस्ट हाउस में हुई पिंडदान की विधि

पंडित के अनुसार, किसी कारणवश सनी और बॉबी घाट पर नहीं जा सके। लेकिन पूरा परिवार गेस्ट हाउस में आयोजित पिंडदान की विधि में मौजूद था। गेस्ट हाउस के नीचे बह रही गंगा में ही आगे की रस्में पूरी की गईं।
सुबह करीब 10:30 बजे अस्थि विसर्जन का कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।

बॉबी देओल का भावुक वीडियो हुआ था वायरल

अस्थि विसर्जन से पहले सोशल मीडिया पर बॉबी देओल का एक वीडियो सामने आया था जिसमें वह परिवार के छोटे सदस्यों को गले लगाकर रोते-बिलखते नजर आए। धर्मेंद्र से बॉबी की गहरी भावनात्मक जुड़ाव सभी जानते थे, और पिता के निधन ने उन्हें पूरी तरह तोड़ दिया।

सनी देओल का भी एक वीडियो चर्चा में रहा जिसमें उन्होंने पैपराजी पर नाराज़गी जताई थी और उनसे संवेदनशील समय में दूरी बनाए रखने की अपील की थी। उनका यह गुस्सा पिता को खोने के दर्द को साफ बयां करता था।

लंबी बीमारी के बाद कहा दुनिया को अलविदा

धर्मेंद्र पिछले कुछ समय से बीमारी के कारण परेशान चल रहे थे और सांस लेने में दिक्कत के चलते उन्हें ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वेंटिलेटर सपोर्ट के बाद स्थिति में सुधार आने पर उन्हें छुट्टी मिल गई थी, लेकिन अंततः वह जिंदगी की लड़ाई हार गए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *