डिजिटल डेस्क- उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले में बुधवार देर रात दिल्ली-लखनऊ नेशनल हाईवे पर एक दर्दनाक सड़क हादसे ने चार परिवारों को मातम में डुबो दिया। रजबपुर थाना क्षेत्र के अतरासी गांव के पास फ्लाईओवर के सामने एक रेस्टोरेंट के नजदीक तेज रफ्तार कार डीसीएम ट्रक में जा टकराई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि कार के परखच्चे उड़ गए और उसमें सवार वेंकटेश्वरा यूनिवर्सिटी के चार एमबीबीएस छात्रों की मौके पर ही मौत हो गई। हादसा रात करीब 10 बजे हुआ जब डीसीएम दिल्ली की ओर बढ़ रही थी। तभी पीछे से आ रही तेज रफ्तार कार सीधे ट्रक में जा घुसी। स्थानीय लोगों ने बताया कि टक्कर की आवाज इतनी तेज थी कि आसपास मौजूद लोग मौके की ओर दौड़ पड़े। कुछ ही मिनटों में पुलिस भी घटनास्थल पर पहुंच गई। कार के अंदर फंसे छात्रों को बाहर निकालने में काफी मशक्कत करनी पड़ी।
मृतक छात्रों की हुई पहचान
पुलिस के अनुसार मृतकों की पहचान अर्णव चक्रवर्ती, आयुष शर्मा, श्रेष्ठ पंचोली और सप्तऋषि के रूप में हुई है। चारों वेंकटेश्वरा यूनिवर्सिटी में एमबीबीएस के छात्र थे और 2020 बैच से पढ़ाई कर रहे थे। जानकारी के अनुसार, मृतक छात्रों में दो दिल्ली के रहने वाले थे, जबकि दो छात्र पश्चिम बंगाल से थे। हादसे की सूचना मिलते ही छात्रों के परिजनों से संपर्क किया गया और उन्हें घटना के बारे में अवगत कराया गया। सीओ सिटी अभिषेक यादव, थानाध्यक्ष कोमल तोमर और पुलिस बल तुरंत मौके पर पहुंचे और रेस्क्यू अभियान शुरू किया। स्थानीय लोगों की मदद से शवों को कार से बाहर निकाला गया। इसके बाद सभी शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए मोर्चरी भेज दिया गया है।
विवि के प्रतिकुलाधिपति जानकारी पर पहुंचे घटनास्थल पर
विश्वविद्यालय के प्रतिकुलाधिपति डॉ. राजीव त्यागी भी स्टाफ के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और पुलिस से घटना की जानकारी ली। यूनिवर्सिटी प्रबंधन ने हादसे पर दुख व्यक्त किया है। पुलिस का कहना है कि प्राथमिक जांच में तेज रफ्तार को हादसे का मुख्य कारण माना जा रहा है, लेकिन पूरी घटना की जांच की जा रही है। हाईवे पर देर रात भारी वाहन और तेज रफ्तार कारों के कारण ऐसे हादसे अक्सर सामने आते हैं। स्थानीय लोगों ने हाईवे पर अतिरिक्त सुरक्षा उपायों की मांग भी की है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।