डिजिटल डेस्क- उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर में सोमवार सुबह एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई, जहां इंटरमीडिएट के होनहार छात्र रौनक पाठक ने ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली। सिर्फ 17 साल के रौनक ने हाईस्कूल में 97.04% अंक लाकर सिटी टॉपर बनने का गौरव हासिल किया था, लेकिन अब उसकी मौत ने पूरे क्षेत्र को सदमे में डाल दिया है। वारदात कानपुर के जूही यार्ड के पास हुई। सुबह घर से बाइक लेकर निकले रौनक ने परिवार से कहा कि उसे कुछ सामान खरीदना है। परिवार को कोई अंदेशा नहीं था कि वह ऐसा खौफनाक कदम उठा लेगा। काफी देर तक वापस न आने पर परिजन परेशान हुए। पिता ने कॉल किया, पर फोन स्विच ऑफ मिला। खोजबीन करते-करते परिवार रेलवे क्रॉसिंग के पास पहुंचा, जहां किनारे रौनक की बाइक खड़ी मिली और कुछ दूरी पर रेलवे ट्रैक पर उसका रक्तरंजित शव पड़ा था।
परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
बेटे की लाश देखकर पिता आलोक पाठक और मां ललिता पाठक दहाड़ मारकर रो पड़े। मां बेसुध हो गईं और होश में आने पर बार-बार यही सवाल दोहराती रहीं, “आखिर हमारे रौनक ने ऐसा क्यों किया?” शांत स्वभाव और पढ़ाई में हमेशा अव्वल रहने वाले रौनक की आत्महत्या ने सभी को अंदर तक हिला दिया है। परिवार और पड़ोसियों के अनुसार, रविवार को रौनक का फिजिक्स का प्री-बोर्ड एग्जाम था। शुरुआती जांच में पुलिस पढ़ाई के दबाव को एक संभावित कारण मान रही है। हालांकि, असल वजह पता करने के लिए रौनक के मोबाइल फोन, लैपटॉप और सोशल मीडिया गतिविधियों की जांच की जा रही है। मौके पर पहुंची जीआरपी पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।
रौनक के दोस्तों से पूछताछ जारी
अधिकारियों का कहना है कि कॉल डिटेल्स, चैट हिस्ट्री और हालिया बातचीत की जांच से स्थिति स्पष्ट हो सकती है। रौनक के दोस्तों से भी पूछताछ की जा रही है कि कहीं वह किसी तनाव, चिंता या अन्य परेशानी से तो नहीं गुजर रहा था। रौनक बृज किशोरी देवी मेमोरियल स्कूल का मेधावी छात्र था। शिक्षकों और सहपाठियों का कहना है कि वह बेहद विनम्र, मेहनती और लक्ष्य-केन्द्रित बच्चा था। उसकी मौत की खबर से स्कूल परिसर में शोक की लहर है।