डिजिटल डेस्क- यूपी एसटीएफ ने कोडीन युक्त फेन्सीडिल कफ सिरप और अन्य नशीली दवाओं की अवैध तस्करी के बड़े नेटवर्क पर कार्रवाई करते हुए मुख्य सप्लायर अमित कुमार सिंह उर्फ अमित टाटा को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तारी के बाद यह मामला और गरमाता दिख रहा है, क्योंकि अमित टाटा की तस्वीरें पूर्वांचल के प्रभावशाली बाहुबली और पूर्व सांसद धनंजय सिंह के साथ सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही हैं। राजनीतिक हलकों में इस वायरल तस्वीर को लेकर उथल-पुथल बढ़ गई है। इसी बीच आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने यूपी डीजीपी को पत्र लिखकर जौनपुर के पूर्व सांसद धनंजय सिंह की भूमिका की जांच की मांग की थी। उनका आरोप है कि नशीली दवाओं की तस्करी के पीछे गहरी साजिश है और अमित टाटा के साथ धनंजय सिंह के संबंधों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। इस प्रकरण ने राजनीतिक तापमान बढ़ा दिया है।
चुप्पी तोड़ते हुए जारी किया बयान
इन आरोपों के बीच अब धनंजय सिंह ने अपनी चुप्पी तोड़ते हुए लंबा बयान जारी किया है। उन्होंने शनिवार को अपने X अकाउंट पर कहा कि कफ सिरप तस्करी मामले को उनके राजनीतिक विरोधियों ने गलत तरीके से उनकी छवि धूमिल करने के लिए इस्तेमाल किया है। उन्होंने लिखा कि चूंकि मामला वाराणसी से जुड़ा है, इसलिए कांग्रेस और कुछ अन्य दलों ने जानबूझकर उनके खिलाफ “भ्रामक तथ्य” फैलाए और इस बहाने पीएम नरेंद्र मोदी की छवि पर भी प्रहार करने का प्रयास किया गया।
धनंजय सिंह का दावा- राज्य सरकार कर रही है जांच
धनंजय सिंह ने दावा किया कि राज्य सरकार पहले से ही इस मामले की कई एजेंसियों द्वारा गहन जांच करा रही है और सच्चाई जल्द सामने आएगी। उन्होंने कहा कि तस्करी का यह पूरा नेटवर्क अंतरराज्यीय स्तर पर फैला हुआ है, इसलिए वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर इसकी सीबीआई जांच की मांग करेंगे। उनके अनुसार, इससे न केवल दोषियों पर कड़ी कार्रवाई संभव होगी, बल्कि अनर्गल आरोपों और झूठी अफवाहों पर भी विराम लग सकेगा। उधर, अमिताभ ठाकुर ने कहा कि उन्होंने पहले ही इस रैकेट में शुभम जायसवाल की संलिप्तता और उसके पीछे अमित सिंह टाटा की भूमिका की जानकारी दी थी। ठाकुर का दावा है कि विभिन्न स्तरों पर जो जानकारियाँ निकलकर सामने आ रही हैं, उनमें बार-बार धनंजय सिंह का नाम उछल रहा है, इसलिए निष्पक्ष जांच अनिवार्य है।