डिजिटल डेस्क- कानपुर देहात के सिकंदरा तहसील में मंगलवार को लेखपालों ने सामूहिक रूप से एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर फतेहपुर में लेखपाल सुधीर कुमार की दर्दनाक मौत पर गहरा आक्रोश व्यक्त किया। सुधीर कुमार की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के बाद प्रदेशभर के राजस्व कर्मियों में नाराज़गी तेज हो गई है। इसी क्रम में सिकंदरा तहसील के लेखपालों ने कई गंभीर मुद्दों को उठाते हुए सरकार और प्रशासन से त्वरित कार्रवाई की मांग की है। लेखपालों ने कहा कि वर्तमान समय में तहसीलों और जिलों में अधिकारियों का व्यवहार लगातार कठोर और असहयोगी होता जा रहा है। इससे कर्मचारियों पर मानसिक दबाव बढ़ रहा है। साथ ही, अत्यधिक कार्यभार और कम समय में भारी मात्रा में काम निपटाने का दबाव कर्मचारियों को शारीरिक और मानसिक रूप से तोड़ रहा है। उन्होंने कहा कि फतेहपुर की घटना इस बढ़ते दबाव का सबसे भयावह परिणाम है, जिसने पूरे विभाग को झकझोर दिया है।
ज्ञापन में रखी गई मुख्य मांगें
सिकंदरा के लेखपालों ने ज्ञापन में कई महत्वपूर्ण मांगें रखी हैं: मृतक लेखपाल सुधीर कुमार की माता को 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाए, ताकि परिवार को तत्काल राहत मिल सके। परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी उपलब्ध कराई जाए, जिससे परिवार की आजीविका सुरक्षित हो सके। SIR फॉर्म की अंतिम तिथि बढ़ाई जाए, क्योंकि वर्तमान समयसीमा में दिए जा रहे भारी दबाव के कारण कर्मचारियों की मानसिक और शारीरिक स्थिति बिगड़ रही है।सरकार और उच्च अधिकारियों से कार्यप्रणाली में सुधार की अपील की गई है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।
आंदोलन की चेतावनी
लेखपालों ने स्पष्ट चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगों पर जल्द निर्णय नहीं लिया गया, तो प्रदेशभर में बड़े आंदोलन की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों के साथ लगातार बढ़ते अनुचित व्यवहार और असहनीय कार्यदबाव को अब और सहन नहीं किया जाएगा। जरूरत पड़ने पर पूरे प्रदेश के राजस्व कर्मचारी सामूहिक हड़ताल और आंदोलन के लिए तैयार हैं।