डिजिटल डेस्क- मध्य प्रदेश के वरिष्ठ IAS अधिकारी संतोष वर्मा द्वारा ब्राह्मण समाज की बेटियों पर की गई अभद्र टिप्पणी का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। अब इस प्रकरण में उत्तर प्रदेश के लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर भी खुलकर सामने आ गए हैं। उन्होंने वर्मा के खिलाफ लोनी कोतवाली में शिकायत दर्ज कराते हुए राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत मामला दर्ज करने की मांग की है। विधायक की शिकायत पर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। एसीपी लोनी सिद्धार्थ गौतम ने बताया कि शिकायत प्राप्त हो चुकी है और मामले की कानूनी दृष्टि से जांच की जा रही है। विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने संतोष वर्मा की टिप्पणी को देश की बेटियों का अपमान बताते हुए तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति में महिलाओं का सम्मान सर्वोपरि माना गया है। “यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवता” का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि ऐसी अमर्यादित टिप्पणी न सिर्फ ब्राह्मण समाज, बल्कि पूरे देश की बेटियों का अपमान है। गुर्जर के अनुसार, यह मुद्दा समाज की मर्यादा और संस्कृति से जुड़ा है, इसलिए दोषी पर तत्काल कठोर कार्रवाई बेहद जरूरी है।
आईएएस संतोष वर्मा पर लगाया पहले भी आरोप
विधायक ने आरोप लगाया कि संतोष वर्मा पहले भी जालसाजी और महिलाओं से संबंधित अपराधों में शामिल रहे हैं, ऐसे में उनकी मंशा और भी संदेहास्पद लगती है। उन्होंने कहा कि इस तरह की बयानबाजी से समाज में जातीय विद्वेष फैलाने और अराजकता का माहौल बनाने की कोशिश की जा रही है, जिसे किसी भी हाल में सहन नहीं किया जाएगा। गुर्जर ने यह भी सवाल उठाया कि इस प्रकार की सोच के पीछे कौन-सा नेटवर्क है, कौन लोग ऐसे तत्वों को संरक्षण या आर्थिक सहायता दे रहे हैं। इसकी उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए।
विश्व ब्रह्मऋषि महासभा के पीठाधीश्वर ने भी व्यक्त की कड़ी प्रतिक्रिया
इस विवाद पर विश्व ब्रह्मऋषि ब्राह्मण महासभा के पीठाधीश्वर ब्रह्मऋषि विभूति बीके शर्मा ‘हनुमान’ ने भी कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने संतोष वर्मा की टिप्पणी को “तुच्छ मानसिकता की पराकाष्ठा” बताया और कहा कि कोई व्यक्ति चाहे कितना भी बड़ा पद क्यों न हासिल कर ले, उसकी असली सोच उसके शब्दों में झलक ही जाती है। उन्होंने कहा कि महिलाओं को लेकर की गई ऐसी टिप्पणी न सिर्फ असंवेदनशील है, बल्कि समाज को बांटने वाली मानसिकता का स्पष्ट उदाहरण भी है।