KNEWS DESK – पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को लेकर एक बार फिर अस्थिरता बढ़ गई है। रावलपिंडी स्थित आदियाला जेल में बंद इमरान खान की कथित हत्या की अफवाह अचानक इतनी तेज हो गई कि मामला इस्लामाबाद से लेकर काबुल तक फैल गया। स्थिति बिगड़ने की आशंका के बीच पाकिस्तान की आतंक निरोधी अदालत (एटीसी) ने पूरे रावलपिंडी में हाई अलर्ट जारी कर दिया है।
2023 से जेल में बंद हैं इमरान खान
भ्रष्टाचार के आरोपों में गिरफ्तार किए गए इमरान खान पिछले दो वर्षों से अपनी पत्नी बुशरा बीबी के साथ आदियाला जेल में बंद हैं। कुछ दिन पहले ही इमरान ने आशंका जताई थी कि “जेल में मेरे साथ कुछ हुआ तो इसकी जिम्मेदारी सेना प्रमुख आसिम मुनीर की होगी।” उनके इस बयान के बाद से ही देश में बेचैनी का माहौल बना हुआ था, जिसे सोशल मीडिया पर फैली मौत की खबरों ने और बढ़ा दिया।
समर्थकों का जेल की ओर मार्च
मंगलवार (25 नवंबर) को रावलपिंडी में इमरान खान के समर्थकों ने बड़े पैमाने पर प्रदर्शन किया।
प्रदर्शन में उनकी बहन आलिमा खान भी शामिल रहीं। उन्होंने आरोप लगाए कि इमरान से मिलने के लिए 3 हफ्तों से आवेदन कर रहे हैं| हर बार मुलाकात की इजाज़त खारिज कर दी जाती है| डॉक्टर और परिवार को भी मिलने नहीं दिया जा रहा| प्रदर्शन के बाद पीटीआई नेताओं ने देशव्यापी जुटान की अपील भी की।
मौत की अफवाहें कैसे फैलीं?
अफगान मीडिया आउटलेट Afghanistan Times ने सूत्रों के हवाले से इमरान खान की मौत की खबर प्रकाशित की।
सुनियोजित तरीके से जैसे ही यह खबर सोशल मीडिया पर पहुंची, पाकिस्तान में तनाव की स्थिति पैदा हो गई।
सरकार और जेल प्रशासन की चुप्पी ने अफवाहों को और बल दिया।
डॉन अखबार के वरिष्ठ पत्रकार इफ्तिखार ने कहा पिछले कई दिनों से किसी को इमरान से मिलने नहीं दिया जा रहा| वकील, डॉक्टर और परिवार से संपर्क पूरी तरह बंद| इमरान ने कुछ हफ्ते पहले अपनी तबीयत खराब होने की बात कही थी| यह बातें मौत की अफवाहों को और मजबूत कर रही हैं।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, पिछले 7 दिनों से जेल के अंदर किसी ने इमरान को देखा नहीं है। न ही जेल प्रशासन ने उनकी स्थिति पर कोई स्पष्ट जानकारी दी है।
एटीसी ने रावलपिंडी को पूरी तरह घेरने और सुरक्षा बढ़ाने का आदेश दिया है। इसके बाद लोगों को लगने लगा कि कोई बड़ी घटना छिपाई जा रही है। पीटीआई नेता अब्दुल समद ने कहा, “दो हफ्तों से इमरान खान से कोई संपर्क नहीं हो पाया। हम बेहद चिंतित हैं।”
सरकार की चुप्पी ने बढ़ाया संकट
इतने बड़े विवाद के बाद भी पाकिस्तान सरकार, जेल प्रशासन संबंधित सुरक्षा एजेंसियां इनमें से किसी ने भी इमरान खान की सेहत या स्थिति पर एक भी आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है।