650 किमी दूर दो साल के बेटे का शव लेकर कानपुर पहुंची मां, पोस्टमॉर्टम में निकला मौत का सच, पुलिस जांच में जुटी

शिव शंकर सविता- कानपुर देहात से दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक मां अपने दो साल के बेटे का शव अंबाला से 650 किलोमीटर दूर लेकर डेरापुर के डीडौलिया गांव पहुंची। बच्चे का शव देखते ही परिवार के पैरों तले जमीन खिसक गई। सदमे में आए परिजनों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी और पोस्टमॉर्टम कराने का निर्णय लिया। रिपोर्ट में अधिक खून बहने और फेफड़े फटने जैसी गंभीर बात सामने आई है, जिससे बच्चे की मौत संदिग्ध लग रही है। डीडौलिया गांव के किसान राहुल अपने परिवार के साथ रहते हैं। उनकी पत्नी रागनी दीपावली से पहले अपने मायके अरौल गई हुई थी। वहीं से वह अपनी ननद के जेठ प्रांशु के साथ अंबाला घूमने चली गई थी। इसी दौरान रविवार देर रात रागनी घर लौटी तो उसकी गोद में शिवांश का मृत शरीर था। बच्चे को मृत देखकर परिवार में चीख-पुकार मच गई। पिता राहुल इस सदमे को बर्दाश्त न कर सके और डिप्रेशन जैसी स्थिति में पहुंच गए, जिन्हें परिवार के अन्य सदस्यों ने संभाला।

सख्ती पर बताया मौत का कारण

राहुल के भाई रोहित ने बताया कि जब उन्होंने रागनी से बच्चे की मौत का कारण पूछा तो वह टालमटोल करने लगी। शक गहराने पर जब सख्ती से पूछा गया तो उसने स्वीकार किया कि बच्चा सो नहीं रहा था इसलिए उसने उसे दो तमाचे मारे थे। सुबह जब वह जागी तो बच्चा मृत अवस्था में मिला, जिसके बाद वह प्रांशु के साथ सीधे गांव लौट आई। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट ने मामले को और गंभीर बना दिया है। रिपोर्ट के अनुसार बच्चे के चेहरे पर चार चोटों के निशान मिले हैं, जबकि गर्दन और पेट पर भी एक-एक चोट का संकेत है। डॉक्टरों ने अधिक खून बहने और फेफड़ा फटने की आशंका जताई है।

पुलिस कर रही जांच

डेरापुर थाना प्रभारी ने बताया कि मामला बेहद गंभीर है और पुलिस महिला सहित सभी संबंधित लोगों से पूछताछ कर रही है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और परिजनों के बयान के आधार पर आगे की विधिक कार्रवाई की जाएगी। प्रांशु की भूमिका भी जांच के दायरे में है, क्योंकि बच्चा उसकी मौजूदगी में था और वही रागनी के साथ उसे लेकर गांव लौटा।

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