डिजिटल डेस्क- बिहार में नई सरकार के गठन के बाद डिप्टी सीएम सह गृह मंत्री सम्राट चौधरी एक्शन मोड में नजर आए। मंगलवार को सरदार पटेल भवन में गृह विभाग का पदभार संभालने के तुरंत बाद उन्होंने मीडिया से बातचीत की और साफ संदेश दिया कि राज्य में कानून-व्यवस्था पर कोई समझौता नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि महिलाओं और लड़कियों की सुरक्षा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है और इसके लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे। सम्राट चौधरी ने बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सुशासन की नीति को आगे बढ़ाने के लिए कई बड़े निर्णय लिए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्कूलों और कॉलेजों के आसपास विशेष पेट्रोलिंग दल तैनात किए जाएंगे, ताकि किसी भी तरह की छेड़खानी या उत्पीड़न की घटना न हो सके। उन्होंने स्पष्ट कहा कि “रोमियो टाइप लोग किसी भी शैक्षणिक संस्थान के पास नजर नहीं आएंगे। विशेष फोर्स लगाई जाएगी और छुट्टी के समय पुलिस फोर्स की संख्या बढ़ाई जाएगी।”
अपराधियों पर चलेगा स्पीडी ट्रायल
डिप्टी सीएम ने अपराध नियंत्रण पर भी कड़ा रुख दिखाया। उन्होंने कहा कि अपराधियों पर स्पीडी ट्रायल चलाया जाएगा और बिहार पुलिस अपराध पर नकेल कसने के लिए पूरी तरह तैयार है। उन्होंने जेलों की सुरक्षा और निगरानी को लेकर भी चिंता जताई और कहा कि अब जेलों में मोबाइल कैसे पहुंचते हैं, इसकी पूरी जांच होगी। सम्राट चौधरी ने चेतावनी दी कि यदि डॉक्टर की अनुमति के बिना जेल में बाहर का खाना भेजा गया तो संबंधित अधिकारी पर सख्त कार्रवाई होगी। सम्राट चौधरी ने साइबर अपराध पर भी बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर किसी को गाली देना, अपमानित करना या आपत्तिजनक टिप्पणी करना अब महंगा पड़ेगा।
सोशल मीडिया पर गाली-गलौज की नहीं होगी अनुमति
उन्होंने कहा, “चाहे कोई भी हो, सोशल मीडिया पर गाली-गलौज की अनुमति नहीं दी जाएगी। सभी शिकायतों पर कार्रवाई की जाएगी और साइबर पुलिस विभाग पूर्ण शक्ति से काम करेगा।” माफियाओं पर कार्रवाई को लेकर उन्होंने बताया कि सरकार लगभग 400 माफियाओं की पहचान कर चुकी है। इनमें से दो मामलों में संपत्ति जब्ती की सहमति भी मिल चुकी है, और आगे और भी मामलों पर कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि संगठित अपराध में शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। “ऑर्गेनाइज्ड क्राइम करने वालों के खिलाफ पुलिस पूरी सख्ती दिखाएगी,” उन्होंने कहा।