डिजिटल डेस्क- मिर्जापुर स्थित मां विंध्यवासिनी मंदिर को बम से उड़ाने की धमकी मिलने के बाद सोमवार-मंगलवार की दरमियानी रात पुलिस महकमे में अफरा-तफरी मच गई। देर रात लखनऊ डायल 112 कंट्रोल रूम पर फोन करके अज्ञात व्यक्ति ने मंदिर पर हमले की बात कही, जिसके बाद मिर्जापुर पुलिस तत्काल हरकत में आई और तीन प्रमुख मंदिरों विंध्यवासिनी धाम, अष्टभुजा मंदिर और कालीखोह में रातभर सर्च ऑपरेशन चलाया गया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) सोमेन वर्मा ने बताया कि धमकी लखनऊ कंट्रोल रूम के माध्यम से मिली, जिसके बाद अलर्ट जारी करते हुए बम डिस्पोजल स्क्वाड, डॉग स्क्वाड और भारी पुलिस बल को मंदिरों में भेजा गया। देर रात तक मंदिर परिसर, आसपास के इलाकों और प्रमुख रास्तों की गहन तलाशी ली गई। उन्होंने कहा कि “धमकी को गंभीरता से लेते हुए पूरे धाम क्षेत्र की कई बार जांच की गई, लेकिन कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली।”
धमकी देने वाला प्रयागराज का रहने वाला
पुलिस जांच के दौरान सामने आया कि धमकी देने वाला युवक प्रयागराज का रहने वाला है, जिसे पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। आरोपी की पहचान मयंक के रूप में हुई है। प्रारंभिक पूछताछ में पता चला कि वह मानसिक रूप से अस्वस्थ है और लगभग 20 वर्षों से उसका उपचार चल रहा है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार युवक ने आधी रात फोन कर दावा किया था कि विंध्यवासिनी मंदिर पर बम हमला होने वाला है। मिर्जापुर पुलिस ने इस जानकारी के बाद शहरभर में चेकिंग अभियान शुरू किया। बस अड्डों, रेलवे स्टेशन और भीड़भाड़ वाले इलाकों में भी पुलिस की अतिरिक्त टीमें तैनात की गईं। तीनों प्रमुख देवी मंदिरों में रातभर सुरक्षा घेरा मजबूत रखा गया और सुबह तक तलाशी अभियान जारी रहा।
लुलु मॉल में भी मिला था धमकी भरा पत्र
इससे पहले सोमवार शाम को ही लखनऊ के लुलु मॉल में एक धमकी भरा पत्र मिला था, जिसमें 24 घंटे के भीतर शहर के कई स्कूलों, सरकारी इमारतों और प्रमुख भवनों को बम से उड़ाने की बात लिखी गई थी। इस पत्र के बाद राजधानी में भी देर रात तक सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर रहीं। सीओ सिटी विवेक चावला ने बताया कि लखनऊ पुलिस से मिली सूचना के बाद मिर्जापुर के सभी संवेदनशील स्थानों पर जांच तेज कर दी गई थी। उन्होंने कहा, “हमें बताया गया कि विंध्यवासिनी मंदिर पर आतंकवादी हमला होने की संभावना है। इसी आधार पर सर्च ऑपरेशन चलाया गया। आरोपी हिरासत में है और जांच जारी है।”