KNEWS DESK- अयोध्या आज अपने स्वर्णिम अध्याय का साक्षी बनी। विवाह पंचमी के शुभ अवसर पर श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के शिखर पर धर्म ध्वज का भव्य आरोहण किया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, RSS प्रमुख मोहन भागवत और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच मिलकर यह पावन ध्वज शिखर पर स्थापित किया। यह क्षण केवल अयोध्या ही नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए अत्यंत गर्व और भावनाओं से भरा हुआ रहा।
मंदिर प्रांगण में मौजूद पूज्य संतों और आचार्यों के वैदिक मंत्रोच्चार के बीच धर्मध्वज को शिखर तक ले जाया गया। जैसे ही ध्वज शिखर पर स्थापित हुआ।आस्था, उत्साह और भावना का अद्वितीय संगम मंदिर परिसर में गूँज उठा। यह ध्वज मंदिर के पूर्ण निर्माण का प्रतीक है और रामनगरी के लिए एक युगांतकारी क्षण माना जा रहा है।
धर्मध्वज आरोहण के इस पावन क्षण में तीन महत्वपूर्ण चेहरों की संयुक्त उपस्थिति ने इस आयोजन को ऐतिहासिक बना दिया। पीएम मोदी, RSS प्रमुख मोहन भागवत और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इन तीनों ने मिलकर ध्वज को आरोहित कर राम मंदिर की अध्यात्मिक शक्ति और राष्ट्रीय एकता का संदेश दिया।
ध्वजारोहण के समय मंदिर परिसर और पूरे अयोध्या में ऐसा माहौल था जिसे शब्दों में बांधना कठिन है। जय श्रीराम के गगनभेदी नारे, घंटियों और शंखध्वनि की अनुगूँज, फूलों की वर्षा, सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का रंगारंग आयोजन, हजारों श्रद्धालुओं की भावनात्मक उपस्थिति। अयोध्या की गलियों से लेकर मंदिर के परकोटे तक उत्सव का प्रवाह बहता रहा।
यह धर्म ध्वजारोहण केवल एक अनुष्ठान नहीं था- यह राम मंदिर के पूर्ण आकार लेने का आधिकारिक क्षण था। यह ध्वज भारत की सांस्कृतिक विरासत, धार्मिक पहचान और करोड़ों भक्तों की आस्था का प्रतीक है।