KNEWS DESK- अयोध्या आज एक ऐतिहासिक और आध्यात्मिक क्षण का साक्षी बनने जा रही है। श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में पहली बार धर्म ध्वज का भव्य आरोहण किया जाएगा। इस विशेष अवसर पर तैयारियाँ चरम पर हैं और पूरे शहर में उत्सव का वातावरण है।
राम मंदिर के शिखर पर फहरने वाले धर्म ध्वज की तस्वीरें सामने आ चुकी हैं। यह ध्वज अपने आप में दिव्यता का प्रतीक है— 10 फीट ऊंचा, 20 फीट लंबा, समकोण आकार। इसके केंद्र में भगवान सूर्य की तेजस्वी आकृति अंकित है, जो प्रकाश, ऊर्जा और धर्म की अटल विजय का प्रतीक है। साथ ही ध्वज पर कोविदारा वृक्ष की पवित्र तस्वीर बनी हुई है, जो अमरत्व और आध्यात्मिक दृढ़ता का प्रतीक माना जाता है। ध्वज के शीर्ष पर लिखा पवित्र अक्षर ‘ॐ’ संपूर्ण सृष्टि की अनाहत ध्वनि का प्रतिनिधित्व करता है। यह धर्मध्वज मंदिर शिखर पर स्थापित होने के बाद रामनगरी की आस्था को एक नया अध्याय देने वाला है।
धर्म ध्वज आरोहण समारोह की विशेष बात यह भी है कि राम जन्मभूमि–बाबरी मस्जिद विवाद के प्रमुख मुस्लिम पक्षकार रहे इकबाल अंसारी को भी इस आयोजन में आमंत्रित किया गया है।
अयोध्या में सामाजिक समरसता और सौहार्द का संदेश देने के लिए यह आमंत्रण महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
इकबाल अंसारी ने न्योता स्वीकार करते हुए कहा है कि वह अयोध्या में शांति और भाईचारे की परंपरा को आगे बढ़ाने के लिए कार्यक्रम में शामिल होंगे।
इस ऐतिहासिक क्षण के साक्षी बनने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या पहुंच चुके हैं। उनके आगमन के साथ ही सुरक्षा व्यवस्था को अभूतपूर्व स्तर पर मजबूत कर दिया गया है। शहर में चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाबल तैनात हैं। पीएम मोदी धर्म ध्वज का आरोहण करेंगे और इसके बाद उपस्थित लोगों को संबोधित भी करेंगे। अयोध्या में उनका स्वागत पारंपरिक तरीके से किया गया, और पूरे शहर में जय श्री राम के जयकारे गूंज उठे।