जामनगर में बेटी की शादी के लिए बदला मुख्यमंत्री का कार्यक्रम, भूपेंद्र पटेल के संवेदनशील फैसले ने जीता लोगों का दिल

डिजिटल डेस्क- गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल का मानवीय और संवेदनशील दृष्टिकोण एक बार फिर सामने आया है। जामनगर में आयोजित होने वाले उनके एक सार्वजनिक कार्यक्रम का स्थल इसलिए बदल दिया गया क्योंकि उसी स्थान पर एक परिवार की बेटी की शादी का समारोह निर्धारित था। मुख्यमंत्री के इस फैसले ने परमार परिवार की बड़ी चिंता दूर कर दी और लोगों के बीच उनकी सरलता और संवेदनशीलता की खूब सराहना हो रही है। दरअसल, जामनगर के परमार परिवार की बेटी संजना परमार की शादी 23 नवंबर को शहर के टाउन हॉल में तय थी। परिवार कई महीनों से इस शुभ अवसर की तैयारियों में जुटा था और विवाह का उत्साह हर ओर नजर आ रहा था। सभी रस्में, मेहमानों की व्यवस्था और कार्यक्रम की तैयारी लगभग पूरी हो चुकी थीं। इसी बीच जानकारी मिली कि मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल 24 नवंबर को जामनगर में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में शामिल होंगे, जिसका स्थान भी टाउन हॉल ही तय किया गया था।

सीएम का कार्यक्रम होने से बढ़ी थी परिवार की चिंता

मुख्यमंत्री के दौरे के कारण टाउन हॉल और आस-पास के क्षेत्रों में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की जानी थी। पुलिस बंदोबस्त, बैरिकेडिंग और अन्य सुरक्षा उपायों के चलते विवाह समारोह में व्यवधान आने की आशंका बढ़ गई। परमार परिवार इस अचानक उत्पन्न स्थिति से चिंतित हो उठा, क्योंकि शादी के एक दिन बाद उसी स्थल पर वीआईपी कार्यक्रम होना परिवार के लिए बड़ी चुनौती लेकर आ रहा था। परिवार ने इस समस्या को किसी तरह मुख्यमंत्री कार्यालय तक पहुंचाया। जैसे ही मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल को इस मामले की जानकारी मिली, उन्होंने तत्काल अधिकारियों को निर्देश जारी करते हुए कहा कि बेटी के परिवार की चिंता हमारी चिंता है, हमारा कार्यक्रम तुरंत अन्य स्थल पर शिफ्ट कर दिया जाए।

सीएम ने की परिवार से बात

परिवार के सदस्य ब्रिजेश परमार ने बताया कि मुख्यमंत्री ने स्वयं उनसे बात कर आश्वस्त किया। फोन पर उन्होंने कहा कि विवाह उसी स्थान पर पूरी शांति और धूमधाम से आयोजित कीजिए, राज्य सरकार आपके इस प्रसंग में कोई व्यवधान नहीं आने देगी। ब्रिजेश परमार के अनुसार, “मुख्यमंत्री साहब का फोन आया और उसी रात हम सब पहली बार चैन की नींद सो सके। शादी के मौसम में नया स्थान खोजना और सारी व्यवस्था दोबारा करना हमारे लिए बहुत मुश्किल होता।”

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