डिजिटल डेस्क- दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर जिले में मतदाता सूची के विशेष पुनरीक्षण कार्यक्रम (Special Intensive Revision – SIR) के दौरान बड़ी लापरवाही सामने आई है। जिला प्रशासन ने इस गंभीर उदासीनता के खिलाफ सख्त कदम उठाते हुए कुल 60 बीएलओ (BLO) और 7 सुपरवाइजरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। जिलाधिकारी एवं जिला निर्वाचन अधिकारी मेधा रूपम के निर्देश पर यह कार्रवाई की गई है। जिला प्रशासन 4 नवंबर से 4 दिसंबर 2025 तक SIR अभियान चला रहा है। यह कार्यक्रम मतदाता सूची के अद्यतन, नए वोटरों के नाम जोड़ने, सत्यापन और त्रुटियों को ठीक करने के लिए हर साल किया जाता है। अधिकारियों ने शुरुआत से ही स्पष्ट निर्देश दिए थे कि इस महत्वपूर्ण कार्य में किसी भी स्तर पर लापरवाही, देरी या अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
आदेशों का अनुपालन न करने पर हुई कार्रवाई
सूत्रों के मुताबिक, दादरी, नोएडा और जेवर विधानसभा क्षेत्रों में नियुक्त कई बीएलओ और सुपरवाइजर लगातार आदेशों का पालन नहीं कर रहे थे। इसके बावजूद उन्हें कई बार चेतावनी दी गई, लेकिन उन्होंने न तो घर-घर जाकर मतदाताओं का सत्यापन किया और न ही समय पर ऑनलाइन रिपोर्ट अपडेट की। यही कारण रहा कि डीएम मेधा रूपम ने लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1950 की धारा 32 के तहत सभी जिम्मेदार कर्मचारियों के खिलाफ अलग-अलग थानों में केस दर्ज कराने के आदेश दिए। जिलाधिकारी ने कहा है कि SIR अभियान अत्यंत संवेदनशील और लोकहित से जुड़ा हुआ कार्य है, जिसमें ढिलाई सीधे चुनावी प्रक्रिया को प्रभावित करती है। उन्होंने स्पष्ट किया कि मतदाता सूची को सटीक और त्रुटिरहित बनाए रखना प्रशासन की प्राथमिकता है, इसलिए किसी भी प्रकार की उदासीनता को गंभीर कदाचार मानते हुए कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
आगे भी होती रहेगी कार्रवाई
अधिकारियों का कहना है कि यह कार्रवाई सिर्फ शुरुआत है, और यदि आगे भी कोई कर्मचारी जिम्मेदारियों से बचता पाया गया तो उसके खिलाफ भी इसी तरह की सख्त कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन ने जनता से भी अपील की है कि यदि किसी को मतदाता सूची से संबंधित समस्या आए तो तत्काल अपने क्षेत्र के बीएलओ या हेल्पलाइन से संपर्क करें।