KNEWS DESK- मार्गशीर्ष मास की विनायक चतुर्थी, जिसे कृच्छ्र चतुर्थी भी कहा जाता है, इस बार 24 नवंबर को मनाई जा रही है। धार्मिक मान्यता है कि अगर इस दिन श्रद्धा और विधि-विधान से गणेश जी की पूजा की जाए, तो जीवन के हर कार्य में सफलता प्राप्त होती है और सभी बाधाएं दूर होती हैं। शास्त्रों में विनायक चतुर्थी को विशेष फलदायी माना गया है। यदि आप भी इस शुभ तिथि पर गणेश जी की कृपा पाना चाहते हैं, तो कुछ सरल और प्रभावी उपाय अपना सकते हैं।

गणेश जी को प्रसन्न करने के सरल उपाय
मोदक और लड्डू का भोग
गणपति बप्पा को मोदक, लड्डू और गुड़ से बने व्यंजन अत्यंत प्रिय हैं। विनायक चतुर्थी पर उन्हें मोदक व ताजे लड्डू अवश्य चढ़ाएं। साथ ही मौसमी फल, पान, सुपारी और इलायची भी अर्पित कर सकते हैं।
लाल फूलों का अर्पण
गणेश जी को लाल रंग के फूल विशेष रूप से प्रिय हैं। गुड़हल का फूल सबसे श्रेष्ठ माना जाता है। पूजा के समय कम से कम पांच लाल फूल अवश्य अर्पित करें।
दूर्वा (दूब) का महत्व
विनायक चतुर्थी की पूजा दूर्वा के बिना अधूरी मानी जाती है। 21 दूर्वा लेकर गणेश जी को अर्पित करें। इनके साथ केसरिया चंदन, सिंदूर और अक्षत (टूटे हुए चावल नहीं) भी जरूर चढ़ाएं।
मंत्र जाप और स्तोत्र पाठ
गणेश जी के मंत्रों का जाप करने से मन शांत होता है और कार्य सिद्ध होते हैं। ‘ॐ गं गणपतये नमः’ का 108 बार जाप अत्यंत फलदायी माना जाता है। इसके साथ गणेश चालीसा या गणेश स्तोत्र का पाठ करना भी शुभ है।
गणेश जी के प्रभावशाली मंत्र
श्री गणेशाय नमः
वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभः।
निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा ॥
ॐ गं गणपतये सर्वकार्य सिद्धि कुरु कुरु स्वाहा
ॐ गं गणपतये नमः
कैसे करें विशेष पूजा?
- सुबह स्नान कर घर के मंदिर की सफाई करें।
- गणेश जी की प्रतिमा को जल, दूध या गंगाजल से शुद्ध करें।
- लाल आसन पर उन्हें स्थापित कर लाल वस्त्र अर्पित करें।
- दीपक जलाकर फूल-माला, मोदक, दूर्वा और चंदन चढ़ाएं।
- अंत में मंत्र-जाप और आरती करें।
विनायक चतुर्थी का यह शुभ दिन जीवन में नई शुरुआत, सफलता और सुख-समृद्धि का संदेश देता है। भक्तिभाव से की गई पूजा निश्चित ही मनोकामनाएं पूर्ण करती है।