देहरादून इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवलः फिल्मों की स्क्रीनिंग सितारों की चमक और दर्शकों के उत्साह ने रचा नया इतिहास

डिजिटल डेस्क- उत्तराखंड की खूबसूरत राजधानी देहरादून में आयोजित 10वें देहरादून इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल का तीन दिवसीय भव्य आयोजन आज शानदार समापन के साथ संपन्न हुआ। 7 से 9 नवम्बर तक चले इस फिल्म महोत्सव ने सिनेमा, संस्कृति और सृजनशीलता का अनोखा संगम प्रस्तुत करते हुए पूरे शहर को फिल्मी रंगों में रंग दिया। उद्घाटन समारोह में फिल्म जगत की मशहूर हस्तियों मुकेश खन्ना, रणवीर शौरी, जमील खान, लिलिपुट, दर्शन जरीवाला, इनामुल हक और ‘द केरला स्टोरी’ के निर्देशक सुदीप्तो सेन ने अपनी उपस्थिति से कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। मुख्य अतिथि उत्तराखंड सरकार के कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल और विशेष अतिथि भारतीय जनता युवा मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नेहा जोशी ने फेस्टिवल की सराहना करते हुए कहा कि यह आयोजन राज्य को फिल्म निर्माण के वैश्विक नक्शे पर स्थापित करने में अहम भूमिका निभा रहा है।

10 वर्षों की यात्रा में एक मील का पत्थर होगा साबित

फेस्टिवल डायरेक्टर राजेश शर्मा ने बताया कि यह 10 वर्षों की यात्रा उत्तराखंड की सांस्कृतिक पहचान को सशक्त करने की दिशा में एक मील का पत्थर है। इस बार महोत्सव में सेंट्रियो मॉल (ऑडी 4) और तुलास इंस्टीट्यूट सेलाकुई, WIC में एक साथ 70 से अधिक राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय फिल्मों का प्रदर्शन किया गया, जिनमें सामाजिक, सांस्कृतिक, पर्यावरणीय और मनोरंजन से जुड़े विविध विषय शामिल थे। दूसरे दिन तुलास इंस्टीट्यूट में सभी फिल्मी सितारों ने छात्रों से संवाद किया जहां रूपा सोनी ने सत्र का संचालन किया, वहीं शाम के सत्र में WIC, राजपुर रोड पर निर्देशक सुदीप्तो सेन ने अपने अनुभव साझा किए जिसका संचालन शांतनु गांगुली ने किया। तीसरे दिन रविवार को सेंट्रियो मॉल में सुदीप्तो सेन, इनामुल हक और दर्शन जरीवाला दर्शकों के बीच पहुंचे और अपने विचार साझा किए।

तीन दिनों तक चले महोत्सव ने उत्कृष्ट फिल्मों और कलाकारों से कराया रूबरू

दर्शकों से बातचीत की तीन दिनों तक चले इस फिल्म महोत्सव ने न केवल सिनेमा प्रेमियों को देश-विदेश की उत्कृष्ट फिल्मों से रूबरू कराया बल्कि कलाकारों, फिल्मकारों और दर्शकों के बीच रचनात्मक संवाद का सेतु भी बना। देहरादून इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल का यह 10वां संस्करण सिनेमा और संस्कृति के उत्सव के रूप में हमेशा याद किया जाएगा जिसने उत्तराखंड की फिल्मी पहचान को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाया।