हिमाचल एसिड अटैक केस: ममता ने फेसबुक पर अक्सर साझा किए थे वीडियो, पति की ज्यादतियों और घरेलू अत्याचारों का किया था खुलासा

डिजिटल डेस्क- हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के सैण मोहल्ले में रविवार को घटित तेजाब हमले ने पूरे क्षेत्र को सन्न कर दिया है। 25 साल से विवाहित ममता पर उसके पति नंद लाल ने तेजाब फेंककर उसे छत से धक्का दे दिया। गंभीर रूप से झुलसी ममता को पहले मंडी के जोनल अस्पताल पहुंचाया गया, जहां से उसे हालत बिगड़ने के चलते पीजीआई चंडीगढ़ रेफर किया गया। वर्तमान में वह जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रही है। इस घिनौनी वारदात ने न सिर्फ समाज को झकझोर दिया है, बल्कि यह भी उजागर किया है कि घरेलू हिंसा किस स्तर तक पहुंच सकती है। घटना वाले दिन शाम करीब 6 बजे नंद लाल, जो चाय की दुकान चलाता है, ने पहले पत्नी के चेहरे और शरीर पर तेजाब फेंका और फिर उसे छत से नीचे धक्का दे दिया। जांच में सामने आया है कि आरोपी ने यह तेजाब तीन साल पहले ही खरीद कर घर में रखा हुआ था। दावा है कि उसने इसे बर्तन साफ करने के नाम पर खरीदा था, लेकिन घटना के दिन उसने तेजाब पानी के जग में भरकर ममता पर फेंक दिया। इस खुलासे ने पूरे मामले को और भी भयावह बना दिया है, क्योंकि इससे पता चलता है कि हमले की साजिश लंबे समय से दिमाग में पल रही थी।

हजारों में थे फॉलोवर

ममता सामाजिक मीडिया पर काफी सक्रिय रही है। उसके फेसबुक पर हजारों फॉलोअर्स हैं और पिछले कई महीनों से वह अपने पति के अत्याचार और मानसिक प्रताड़ना से जुड़े वीडियो और पोस्ट साझा कर रही थी। एक वीडियो में उसने बताया था कि पति न ना उसके भाई-भाभी को घर आने देता है, न किसी अन्य रिश्तेदार को। यहां तक कि यदि कोई मेहमान आ जाए तो नंद लाल उसके वीडियो बनाने लगता था और अजीबोगरीब सवाल पूछता था। ममता ने कहा था कि शादी को 25 साल हो चुके हैं, लेकिन उसका जीवन पति की हिंसा और संदेह से भरा रहा है। उसने खुलकर कहा था कि वह सिर्फ बच्चों के लिए यह जीवन जी रही है।

हमले के दिन भी डाला था वीडियो

हमले वाले दिन भी ममता ने कुछ ऐसे पोस्ट किए थे, जिनसे उसकी बेचैनी साफ झलक रही थी। उसने लिखा था—“कुछ लोग लोमड़ी की तरह चालाक होते हैं, साथ रहते भी हैं और जल भी रहे होते हैं।” इस पोस्ट के कुछ घंटे बाद ही उसके साथ यह दर्दनाक घटना हुई। तेजाब कांड के बाद सोशल मीडिया पर बहस तेज हो गई है। कुछ लोग ममता का समर्थन कर रहे हैं, तो कुछ नंद लाल के पक्ष में भी खड़े दिखाई दे रहे हैं। कई लोगों का कहना है कि दोनों पक्षों की बात सुने बिना किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंचना चाहिए। हालांकि, ममता पहले ही पति के खिलाफ मारपीट का केस कोर्ट में चला रही थी।