बिहार में खुशियां मातम में बदलीं, बारातियों पर कार चढ़ी, तीन की मौत, 16 गंभीर

डिजिटल डेस्क- पश्चिम चंपारण के लौरिया थाना क्षेत्र में एक ऐसा हादसा हुआ जिसने पूरे बिशुनपुरवा गांव को सदमे में डाल दिया। जिस गांव में कल रात बैंड-बाजा और खुशी की आवाजें गूंज रही थीं, वही गांव आज चीख-पुकार और रोने-बिलखने की आवाजों से भर गया है। एक तेज रफ्तार कार ने बारातियों को चीरते हुए तीन लोगों की जान ले ली और 16 से ज्यादा लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। बारात नरकटियागंज के मलदहिया पोखरिया से बिशनपुरवा पहुंची थी। गांव के बाहर कार्यक्रम स्थल के पास बाराती सड़क किनारे खड़े होकर नाच-गाना देख रहे थे। तभी अचानक तेज हॉर्न की आवाज के बाद चीखें सुनाई दीं। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि कार इतनी तेजी से आई कि किसी को संभलने का मौका ही नहीं मिला। पलभर में bodies बिखर गईं, लोग इधर-उधर भागने लगे और सड़क पर हाहाकार मच गया।

पिकअप, ऑटो और निजी वाहनों से भेजे गए अस्पताल

गांव वालों ने तुरंत घायलों को उठाया और पिकअप, ऑटो और निजी वाहनों से लौरिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया। लेकिन वहां हालात और ज्यादा खराब थे। भीड़ इतनी कि डॉक्टरों और स्टाफ को घायलों तक पहुंचने में भी दिक्कत हुई। इलाज के दौरान एक युवक की मौत हो गई, जिसकी पहचान दिनेश कुमार के रूप में हुई। उसकी मौत की खबर मिलते ही गांव में मातम छा गया। बाकी दो मृतकों की पहचान अभी नहीं हो पाई है, लेकिन उनके परिवार भी अस्पताल-अस्पताल भटक रहे हैं।

कई बारातियों की हालत नाजुक

16 गंभीर घायलों को बेतिया जीएमसीएच रेफर कर दिया गया है जहां कई की हालत नाजुक बताई जा रही है। ग्रामीणों का कहना है कि यह सड़क तेज रफ्तार वाले वाहनों के लिए काली पट्टी बन चुकी है। शाम होते ही यहां रफ्तार पर लगाम नहीं होती और प्रशासन भी कार्रवाई नहीं करता।