बिहार में करारी हार के बाद प्रशांत किशोर बैकफुट पर, प्रेस कॉन्फ्रेंस टाली, सवालों से घिरा ‘जन सुराज’

KNEWS DESK- बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजों ने कई राजनीतिक दावों और भविष्यवाणियों को उलट कर रख दिया है। एनडीए की प्रचंड जीत और महागठबंधन की भारी हार के बीच सबसे बड़ा झटका उस शख्स को लगा है जो खुद को सत्ता परिवर्तन का चेहरा बता रहे थे वो हैं प्रशांत किशोर (PK)। जन सुराज पार्टी (JSP) को एक भी सीट नहीं मिली, और अधिकांश उम्मीदवार अपनी जमानत तक नहीं बचा पाए। इस झटके के बाद आज यानी 16 नवंबर को प्रशांत किशोर की पहली बड़ी प्रेस कॉन्फ्रेंस प्रस्तावित थी, जिसे उन्होंने अंतिम समय में रद्द कर दिया। इससे कई राजनीतिक सवाल और तेज हो गए हैं।

जन सुराज की ओर से पहले जानकारी दी गई थी कि प्रशांत किशोर आज चुनाव नतीजों पर प्रतिक्रिया देंगे और पार्टी की आगे की रणनीति बताने के लिए मीडिया से बात करेंगे लेकिन अचानक इस कार्यक्रम को बिना कारण बताए रद्द कर दिया गया।

राजनीतिक हलकों में इसे हार से उपजे दबाव और बढ़ते सवालों से बचने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है।
क्योंकि बिहार में हार के बाद सबसे ज्यादा निगाहें PK पर ही थीं उन्होंने 3 साल लगातार पदयात्राएं और जनसंपर्क अभियान में लगाए। 239 सीटों पर उम्मीदवार उतारे और दावा किया था कि बिहार में एक “नई राजनीति” शुरू होने वाली है लेकिन नतीजा—एक भी सीट नहीं।

प्रशांत किशोर ने बिहार के हर जिले में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। उन्होंने बड़े रोड शो, सभाएँ और नुक्कड़ मीटिंग्स कीं लेकिन चुनाव परिणाम ने दिखाया कि जन सुराज का वोट बैंक बेहद कमजोर रहा। 243 में से 239 सीटों पर चुनाव लड़ा। लगभग सभी प्रत्याशी जमानत तक नहीं बचा पाए। पार्टी का वोट शेयर 1.5% से भी कम। यह परिणाम PK के लिए एक बड़ा राजनीतिक झटका है।

प्रशांत किशोर ने चुनाव से पहले कई बड़े-बड़े दावे किए थे। उनमें सबसे चर्चित था “अगर जेडीयू 25 से ज़्यादा सीटें जीत गई, तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा।” नतीजों में जेडीयू ने 25 से काफी अधिक सीटें जीती हैं। अब यह सवाल उठ रहा है कि PK क्या अपने इस बयान पर कायम रहेंगे? यही कारण है कि उनकी प्रेस कॉन्फ्रेंस पर सबकी निगाहें थीं।