98 साल की उम्र में बॉलीवुड की दिग्गज एक्ट्रेस कामिनी कौशल का निधन, इन फिल्मों ने दिलाई अलग पहचान

KNEWS DESK – हिंदी फिल्म इंडस्ट्री से एक बेहद दुखद खबर सामने आई है। बीते दौर की प्रसिद्ध और सम्मानित अभिनेत्री कामिनी कौशल का 98 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। बुधवार सुबह उन्होंने अंतिम सांस ली। अपनी सरलता, सौम्यता और दमदार अभिनय की वजह से कामिनी कौशल दशकों तक दर्शकों के दिलों पर राज करती रहीं। उनके निधन से बॉलीवुड में शोक की लहर है।

परिवार ने दी जानकारी, प्राइवेसी बनाए रखने की अपील

परिवार के एक करीबी सूत्र ने उनके देहांत की पुष्टि करते हुए बताया कि कामिनी कौशल का परिवार हमेशा लाइमलाइट से दूर रहा है, इसलिए इस कठिन समय में उनकी प्राइवेसी का सम्मान किया जाए। कामिनी कौशल अपने समय की सबसे उम्रदराज अभिनेत्रियों में थीं और अपने 100वें वर्ष को छूने से मात्र दो साल दूर थीं।

कामिनी कौशल ने 1946 में अपने फ़िल्मी सफर की शुरुआत की और जल्द ही 40 और 50 के दशक की टॉप हीरोइन बन गईं।
उनकी दिलीप कुमार और देव आनंद जैसे सुपरस्टार्स के साथ जोड़ी खूब पसंद की गई।
मुख्य अभिनेत्री के रूप में उन्होंने कई यादगार रोल किए और अपने समय की सबसे लोकप्रिय अभिनेत्रियों में शुमार रहीं।

इन फिल्मों ने दिलाया अलग पहचान

कामिनी कौशल ने अपने करियर में कई प्रतिष्ठित फिल्मों में काम किया, जिनमें शामिल हैं, दो भाई (1947), शहीद (1948), ज़िद्दी (1948) और नदिया के पार (1948) है|

उनका अभिनय हमेशा स्वाभाविक और प्रभावशाली रहा। फिल्म ‘गोदान’ (1963) और ‘नाइट क्लब’ (1958) में उनका काम उनके करियर के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शनों में गिना जाता है।

1963 के बाद निभाए मजबूत किरदार

लीड रोल्स से हटकर उन्होंने 1963 के बाद चरित्र भूमिकाओं में दूसरा शानदार innings खेला। शहीद (1965), दो रास्ते (1969), अनहोनी (1973), प्रेम नगर (1974), महा चोर (1976) है| इन फिल्मों में भी उन्होंने अपनी शक्ति, संवेदना और अभिनय कौशल से दर्शकों और आलोचकों का दिल जीता।

सिनेमा जगत में शोक

कामिनी कौशल के निधन से हिंदी सिनेमा का एक स्वर्णिम अध्याय समाप्त हो गया। वे उन चुनिंदा कलाकारों में थीं जिन्होंने लगभग हर दशक में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और अभिनय की नई परिभाषा लिखी। उनकी सरलता, गरिमा और मजबूत स्क्रीन प्रेज़ेंस हमेशा याद रखी जाएगी।