KNEWS DESK- दिल्ली के लाल किले के निकट सोमवार को हुए शक्तिशाली धमाके ने पूरे शहर को दहला दिया। इस दर्दनाक घटना में कम से कम आठ लोगों की मौत हो गई है, जबकि 24 अन्य घायल बताए जा रहे हैं। हादसे के बाद चांदनी चौक बाजार में सन्नाटा पसरा हुआ है। सुरक्षा कारणों और भय के माहौल को देखते हुए चांदनी चौक व्यापारी संघ ने घोषणा की है कि मंगलवार को बाजार पूरी तरह बंद रहेगा।
व्यापारी संघ के अध्यक्ष संजय भार्गव ने बताया कि धमाका इतना जोरदार था कि आसपास की इमारतें तक हिल गईं। भार्गव की दुकान विस्फोट स्थल से कुछ सौ मीटर की दूरी पर है। उन्होंने कहा,
“धमाके के बाद पूरे बाजार में अफरा-तफरी मच गई। लोग जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे। अब व्यापारी काफी डरे हुए हैं और सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं।”
घटना के तुरंत बाद दिल्ली पुलिस ने पूरे क्षेत्र की घेराबंदी कर दी और राष्ट्रीय राजधानी में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। दस दमकल गाड़ियां मौके पर भेजी गईं और बचाव कार्य देर रात तक जारी रहा। जांच एजेंसियां धमाके के कारणों का पता लगाने में जुटी हैं।
इस धमाके के बाद कई व्यापारी संघों ने दिल्ली के भीड़भाड़ वाले वाणिज्यिक इलाकों- जैसे चांदनी चौक, सदर बाजार और करोल बाग में सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि बाजारों में सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाए और पुलिस गश्त को और सख्त किया जाए।
चांदनी चौक को एशिया का सबसे बड़ा थोक बाजार माना जाता है, जहां रोजाना 4 से 6 लाख लोग आते हैं। यहां कपड़ों, आभूषणों, इलेक्ट्रॉनिक्स, मसालों और शादी के सामान का विशाल कारोबार होता है।
एक रियल एस्टेट रिपोर्ट के अनुसार, चांदनी चौक का सालाना कारोबार करीब 50 लाख करोड़ रुपए का अनुमान लगाया गया है। ऐसे में एक दिन का बंद रहना भी लगभग 14 हजार करोड़ रुपए तक के संभावित नुकसान का कारण बन सकता है। हालांकि यह आंकड़ा अनुमानित है, फिर भी यह बाजार की आर्थिक महत्ता को दर्शाता है।