सर्दियों में स्वाद के साथ सेहत के लिए भी फायदेमंद, घर पर जरूर बनाकर खाएं ये पांच तरह की चटनियां

KNEWS DESK- भारतीय खाने की पहचान उसके स्वाद और विविधता में छिपी है, और इस स्वाद का असली राज़ है चटनी। चाहे दाल-चावल हो, पराठा या पूरी, एक चम्मच चटनी हर व्यंजन के स्वाद को कई गुना बढ़ा देती है। दिलचस्प बात ये है कि चटनी सिर्फ स्वाद ही नहीं बढ़ाती, बल्कि सेहत का खजाना भी है, क्योंकि इसमें तेल बहुत कम इस्तेमाल होता है और ताज़े, पोषक तत्वों से भरपूर सामग्री का उपयोग किया जाता है।

सर्दियों में चटनी का महत्व और बढ़ जाता है, क्योंकि इसमें इस्तेमाल होने वाली कई चीजें शरीर को गर्म रखने, इम्यूनिटी बढ़ाने और पाचन सुधारने का काम करती हैं। आइए जानते हैं सर्दियों में बनने वाली पांच ऐसी पारंपरिक और हेल्दी चटनियों के बारे में, जो स्वाद के साथ सेहत का भी ध्यान रखती हैं।

आंवला-अदरक की चटनी

सर्दियों में मिलने वाला आंवला विटामिन C का बेजोड़ स्रोत है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाते हैं। अदरक के साथ मिलाकर बनने वाली आंवला-अदरक चटनी सर्दी-जुकाम से बचाव में मदद करती है और खाने में तीखापन और खट्टापन दोनों का सही संतुलन लाती है।

बिहार की तीसी (अलसी) की चटनी

बिहार में सर्दियों का मौसम अलसी की चटनी के बिना अधूरा लगता है। तीसी यानी अलसी ओमेगा-3 फैटी एसिड और फाइबर का शानदार स्रोत है। इसे दो तरीकों से बनाया जाता है। पेस्ट के रूप में और ड्राई चटनी के रूप में। इसमें तिल, लहसुन और करी पत्ता डालने से इसका स्वाद और पौष्टिकता दोनों बढ़ जाते हैं।

अमरूद की खट्टी-मीठी चटनी

अमरूद सिर्फ स्वादिष्ट ही नहीं, बल्कि विटामिन C और फाइबर से भरपूर होता है। भुना हुआ अमरूद सर्दियों में गले की खराश और खांसी में भी आराम देता है। इससे बनी खट्टी-मीठी, हल्की तीखी चटनी हर प्लेट का स्वाद दोगुना कर देती है।

मूंगफली-करी पत्ता की चटनी

महाराष्ट्र की मशहूर मूंगफली की चटनी को आप सर्दियों में करी पत्ता और आंवला डालकर नया ट्विस्ट दे सकते हैं। इसमें तिल डालने से यह और पौष्टिक बन जाती है। यह चटनी पराठे, डोसा या इडली हर चीज़ के साथ शानदार लगती है।

लहसुन की मसालेदार चटनी

लहसुन की गर्म तासीर सर्दियों के लिए इसे खास बना देती है। यह शरीर को अंदर से गर्म रखता है और पाचन सुधारने में मदद करता है। लहसुन और टमाटर से बनी तीखी लाल चटनी खिचड़ी, पराठे या दाल-भात के साथ कमाल की लगती है।

सर्दियों का मौसम अपने साथ लाता है कई स्वाद और सेहत का संगम। इन पारंपरिक भारतीय चटनियों को अपने भोजन में शामिल करके आप न सिर्फ स्वाद का आनंद ले सकते हैं, बल्कि मौसम के हिसाब से शरीर को जरूरी पोषण भी दे सकते हैं। अगली बार जब घर में सब्जी न हो, तो बस रोटी या पराठे के साथ इन चटनियों का मज़ा लीजिए। स्वाद भी बढ़ेगा और सेहत भी।