Whirlpool India बिकने के कगार पर, अमेरिकी निवेशक Advent International को मिल सकता है कंट्रोल!

KNEWS DESK- घरेलू उपकरणों (home appliances) के बाजार में बड़ी खबर है। अमेरिकी प्राइवेट इक्विटी समूह एडवेंट इंटरनेशनल ने व्हर्लपूल इंडिया में controlling stake खरीदने के बेहद करीब पहुंच गया है। सूत्रों के मुताबिक यह सौदा लगभग 1 अरब डॉलर (करीब 9,682 करोड़ रुपये) का हो सकता है और नवंबर 2024 के अंत तक अंतिम रूप ले सकता है।

व्हर्लपूल कॉर्पोरेशन की वैश्विक चुनौतियों के कारण यह कदम उठाया जा रहा है। 2022 के अंत में कंपनी को 1.5 अरब डॉलर का नुकसान हुआ था, जिसके बाद उसने वैश्विक रणनीति में बदलाव करते हुए अपने घरेलू अमेरिकी बाजार और high-margin उत्पादों (जैसे ब्लेंडर, कॉफी मेकर) पर ध्यान केंद्रित करने का निर्णय लिया। भारत में अपने कारोबार से हिस्सेदारी घटाना इसी रणनीति का हिस्सा है।

एडवेंट इंटरनेशनल इस सौदे में इकलौता दावेदार बचा है। योजना के अनुसार, एडवेंट पहले अमेरिकी कंपनी से 31% हिस्सेदारी खरीदेगा और इसके बाद SEBI नियमों के तहत एक ओपन ऑफर लाना होगा। अगर यह सफल होता है, तो एडवेंट के पास व्हर्लपूल इंडिया की कुल 57% हिस्सेदारी आ जाएगी और कंपनी का पूरा नियंत्रण उसके हाथ में होगा।

एडवेंट के लिए भारतीय अप्लायंस बाजार नया नहीं है। वह पहले ही क्रॉम्पटन ग्रीव्ज और यूरेका फोर्ब्स जैसे ब्रांड्स में निवेश कर चुका है। इस सौदे में रुचि बढ़ने की बड़ी वजह व्हर्लपूल इंडिया द्वारा अपनी अमेरिकी पैरेंट कंपनी के साथ किए गए लंबी अवधि के ब्रांड और टेक्नोलॉजी लाइसेंस समझौते हैं। ये सुनिश्चित करते हैं कि भविष्य में भी व्हर्लपूल इंडिया का व्यवसाय निर्बाध रूप से चलता रहेगा।

व्हर्लपूल भारत में 1980 के दशक के अंत में स्थापित हुआ था और प्रीमियम सेगमेंट में जगह बनाने में सफल रहा, लेकिन एलजी, सैमसंग और वोल्टास जैसे ब्रांड्स की मुकाबले उसकी बाजार पकड़ उतनी मजबूत नहीं बन पाई। इस सौदे से भारतीय घरेलू उपकरण बाजार में नया निवेश और प्रतिस्पर्धा का माहौल बन सकता है।