समस्तीपुरः कचरे में VVPAT पर्चियां मिलीं, आरजेडी ने चुनाव आयोग को घेरा, एआरओ सस्पेंड, FIR दर्ज के आदेश

डिजिटल डेस्क- समस्तीपुर के सरायरंजन विधानसभा क्षेत्र से एक बड़ा चुनावी मामला सामने आया है। शनिवार को शीतलपट्टी गांव के पास हजारों वीवीपैट पर्चियां कचरे में पाई गईं। इस घटना के बाद प्रशासन में हड़कंप मच गया और मौके पर जाकर जिलाधिकारी (डीएम) रोशन कुशवाहा ने पर्चियों को अपने कब्जे में ले लिया। मुख्य चुनाव आयुक्त ने इस मामले में डीएम को मौके पर जाकर जांच करने का निर्देश दिया है। डीएम रोशन कुशवाहा ने बताया कि डिस्पैच सेंटर के पास मिली ये पर्चियां तकनीकी रूप से मॉक पोल से संबंधित हैं। उन्होंने कहा कि आयोग के निर्देशानुसार कमीशनिंग के दौरान 5% मशीनों पर 1000-1000 वोट की मॉक पोलिंग की जाती है, ताकि सभी प्रत्याशियों के प्रतीक सही ढंग से लोड हों और मशीनें पूरी तरह से सही कार्य कर रही हों। पर्चियों के मिलने के बाद उन्होंने तुरंत संबंधित उम्मीदवारों को सूचित किया और मौके पर जांच पूरी की।

लापरवाही के चलते निलंबित हुए एआरओ

प्रशासन ने पर्चियों की जब्ती के साथ-साथ संबंधित एआरओ को लापरवाही के आरोप में निलंबित कर दिया है। इसके अलावा, दो अधिकारियों के खिलाफ विभागीय जांच और एफआईआर दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। डीएम ने अफवाह न फैलाने की अपील करते हुए कहा कि जांच पूरी होने के बाद ही पर्चियों की समय और परिस्थिति स्पष्ट होगी। आरजेडी ने इस घटना को लेकर चुनाव आयोग पर सवाल उठाया है। पार्टी ने ट्वीट कर कहा कि KSR कॉलेज के पास सड़क पर भारी संख्या में वीवीपैट पर्चियां फेंकी हुई मिली हैं।

आरजेडी सांसद ने पत्र लिखकर की कार्रवाई की मांग

आरजेडी सांसद मनोज झा ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर स्ट्रांग रूम की सुरक्षा सुनिश्चित करने और यह सुनिश्चित करने की मांग की है कि ऐसी घटनाएं भविष्य में न हों। पार्टी ने यह भी सवाल उठाया कि यह मामला कैसे और किसके निर्देश पर हुआ। प्रशासन ने स्पष्ट किया कि यह पूरी घटना तकनीकी प्रक्रिया का हिस्सा है और मतदान प्रक्रिया की शुचिता पर कोई असर नहीं पड़ा है। हालांकि इस मामले ने चुनाव के दौरान तकनीकी व्यवस्था और पर्चियों की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। जिलाधिकारी ने कहा कि जांच पूरी होने के बाद सभी तथ्य सार्वजनिक किए जाएंगे और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।