डिजिटल डेस्क- अयोध्या में राम मंदिर निर्माण कार्य अपने अंतिम चरण में पहुंच गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 25 नवंबर को भव्य राम मंदिर के शिखर पर ध्वजारोहण करेंगे। इस ऐतिहासिक अवसर की तैयारियाँ तेज़ी से चल रही हैं। सूत्रों के मुताबिक, 15 नवंबर से एसपीजी (स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप) मंदिर परिसर की सुरक्षा अपने हाथ में ले लेगी। एसपीजी ने राम मंदिर निर्माण से जुड़ी एजेंसियों को निर्देश दिया है कि 12 नवंबर तक पूरा परिसर खाली कर दिया जाए। राम मंदिर ट्रस्ट के व्यवस्था प्रभारी गोपालजी राव ने बताया कि 10 नवंबर तक सभी निर्माण कार्य पूरे कर लिए जाएंगे। उसके बाद सजावट, फिनिशिंग और सुरक्षा से जुड़े अंतिम चरण के काम किए जाएंगे।
8 हजार लोगों के बैठने की व्यवस्था, अतिथियों का होगा रामानुजाचार्य गेट से प्रवेश
मंदिर ट्रस्ट के व्यवस्था प्रभारी गोपालजी राव ने बताया कि मंदिर परिसर को ‘ग्रीन हाउस’ की तर्ज पर तैयार किया गया है। जन्मभूमि परिसर में हरियाली विकसित करने और परकोटा क्षेत्र को सजाने का काम अंतिम दौर में है। इसके साथ ही परकोटे के बीच स्थित कोर्ट यार्ड को विशेष रूप से सजाया जा रहा है, जहाँ 25 नवंबर के कार्यक्रम के दौरान लगभग 8,000 लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई है। कार्यक्रम में शामिल अतिथियों को जगतगुरु रामानुजाचार्य प्रवेश द्वार से प्रवेश दिया जाएगा, जिसके बाद वे दर्शन मार्ग से परकोटे तक पहुँचेंगे। कार्यक्रम के दिन प्रधानमंत्री मोदी ध्वजारोहण के बाद परकोटा के कॉरिडोर में भ्रमण करेंगे और सप्त मंडपम में दर्शन भी करेंगे।
15 नवंबर को बाद नहीं होंगे किसी प्रकार के निर्माण कार्य
राम मंदिर ट्रस्ट ने बताया कि पत्थर लगाने और सड़क निर्माण का काम लगभग पूरा हो चुका है। पुराने रखे गए पत्थरों को हटाकर नए निर्धारित स्थानों पर शिफ्ट किया जा रहा है। 15 नवंबर से सुरक्षा व्यवस्था एसपीजी के हवाले होगी, जिसके बाद पूरे परिसर में किसी भी प्रकार का निर्माण कार्य नहीं किया जाएगा। सजावट और सुरक्षा की अंतिम समीक्षा प्रधानमंत्री कार्यालय की निगरानी में होगी।