डिजिटल डेस्क- बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण के मतदान के दौरान ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) की फोटो खींचने और उन्हें सोशल मीडिया पर शेयर करने का मामला सामने आया है। इस संबंध में आरा, गोपालगंज और सारण जिलों में चार लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। गोपालगंज में दो लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई, जबकि आरा और सारण में एक-एक व्यक्ति को शामिल किया गया है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मतदान केंद्रों में ईवीएम की तस्वीरें लेना और उन्हें सोशल मीडिया पर शेयर करना आदर्श आचार संहिता और कानून के अन्य प्रावधानों का उल्लंघन है। अधिकारियों ने यह भी कहा कि यह जांच की जा रही है कि ये लोग मोबाइल फोन मतदान केंद्रों में कैसे ले गए।
पहले चरण में 68.08 प्रतिशत हुआ मतदान
चुनाव आयोग ने पहले चरण के मतदान के आंकड़े जारी किए हैं। पहले चरण में कुल 65.08% मतदान दर्ज किया गया, जो पिछले चुनावों की तुलना में अधिक है। उदाहरण के लिए, 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में राज्य का औसत मतदान 57.29 प्रतिशत था, जबकि 2024 के लोकसभा चुनाव में यह 56.28 प्रतिशत रहा। पहले चरण में बिहार के 18 जिलों के 121 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान हुआ। इसमें लगभग 3.75 करोड़ मतदाता शामिल थे। पहले चरण की चुनावी लड़ाई में बीजेपी और राजद के प्रत्याशियों के बीच 23 सीटों पर सीधा मुकाबला देखने को मिला।
तीसरी बार मैदान में उतरे तेजस्वी यादव
सीवान में भाजपा के मंगल पांडे और राजद के अवध बिहारी चौधरी, तारापुर में विजय कुमार सिन्हा और अरुण कुमार, जबकि राघोपुर में तेजस्वी यादव तीसरी बार चुनावी मैदान में उतरे। वहीं जेडीयू और आरजेडी के बीच 33 सीटों पर सीधा मुकाबला था। लगभग 10 सीटों पर जेडीयू और कांग्रेस के बीच चुनाव हुआ। एनडीए के छोटे सहयोगियों ने 30 से ज्यादा सीटों पर राजद नेतृत्व वाले गठबंधन के खिलाफ उम्मीदवार खड़े किए।