डिजिटल डेस्क- उत्तर प्रदेश की जेलों में सुरक्षा व्यवस्था पर एक बार फिर सवाल उठे हैं। ललितपुर जिला कारागार में बंद हिस्ट्रीशीटर ज्ञानेंद्र ढाका ने जेल के अंदर से ही फोन कर बागपत के एक स्कूल संचालक से 20 लाख रुपये की रंगदारी मांग ली। इस सनसनीखेज मामले के सामने आने के बाद पूरे जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया है। जांच में आरोप सही पाए जाने पर जेलर समेत तीन अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। मामला बुधवार का है जब बागपत जिले के सीबीएसएम पब्लिक स्कूल के प्रबंधक कृष्णपाल राणा को फोन कर रंगदारी मांगी गई। कॉल ललितपुर जेल में बंद कुख्यात अपराधी ज्ञानेंद्र ढाका ने की थी। उसने धमकी दी कि यदि 20 लाख रुपये नहीं दिए गए तो जान से मार देगा। घबराए स्कूल संचालक ने दोघट थाने में इसकी शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की और तुरंत ललितपुर प्रशासन को सूचना दी।
जानकारी मिलते ही एसपी ने किया निरीक्षण
सूचना मिलते ही ललितपुर के जिलाधिकारी सत्य प्रकाश और पुलिस अधीक्षक मो. मुश्ताक जांच टीम के साथ जिला कारागार पहुंचे। जांच के दौरान ज्ञानेंद्र ढाका की बैरक से एक की-पैड मोबाइल फोन बरामद हुआ, जिससे रंगदारी मांगी गई थी। मौके पर जेल विभाग के डीआईजी प्रदीप गुप्ता भी मौजूद रहे। प्रारंभिक जांच में जेल प्रशासन की लापरवाही सामने आई। डीआईजी झांसी प्रदीप गुप्ता के निर्देश पर ललितपुर जेलर जीवन सिंह, उप कारापाल प्रिंस बाबू और जेल वार्डर आकाश को तत्काल निलंबित कर दिया गया। पुलिस अधीक्षक मो. मुश्ताक ने बताया कि जेलर समेत तीनों अधिकारियों को ड्यूटी में लापरवाही बरतने के आरोप में सस्पेंड किया गया है और आगे की कार्रवाई जारी है।
चार महीने पहले ही आया था ललितपुर जेल
जानकारी के अनुसार, बागपत जिले के ढिकौली गांव का रहने वाला हिस्ट्रीशीटर प्रवीण उर्फ बब्बू की हत्या के मामले में ज्ञानेंद्र ढाका को चार महीने पहले ललितपुर जिला कारागार भेजा गया था। इसके बावजूद उसने जेल के भीतर से फोन के जरिए रंगदारी मांगकर पूरे तंत्र की पोल खोल दी।