KNEWS DESK- आज देशभर में ‘वंदे मातरम्’ के 150 वर्ष पूरे होने का ऐतिहासिक अवसर धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस मौके पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और केंद्र सरकार ने पूरे देश में विशेष कार्यक्रमों का आयोजन किया है। राष्ट्रगीत की इस गौरवशाली परंपरा के सम्मान में देश के 150 स्थानों पर सामूहिक वंदे मातरम् गायन का आयोजन किया जा रहा है।
गृह मंत्री अमित शाह ने इस अवसर पर राष्ट्रगीत को नमन करते हुए कहा कि “वंदे मातरम् केवल शब्दों का संग्रह नहीं, यह भारत की आत्मा का स्वर है।” उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा कि अंग्रेजी शासन के खिलाफ आजादी की लड़ाई में ‘वंदे मातरम्’ ने देशवासियों को संगठित किया और क्रांतिकारियों में मातृभूमि के प्रति समर्पण, गर्व और बलिदान की भावना जगाई।
अमित शाह ने आगे कहा कि यह गीत आज भी युवाओं के हृदय में एकता, राष्ट्रभक्ति और नवऊर्जा का स्रोत है। उन्होंने देशवासियों से अपील की कि वे इस अवसर पर अपने परिजनों के साथ ‘वंदे मातरम्’ का सामूहिक गायन करें, ताकि आने वाली पीढ़ियां इस गीत से प्रेरणा लेती रहें।
भाजपा ने विशेष रूप से पश्चिम बंगाल में इस आयोजन को बड़े स्तर पर मनाने की योजना बनाई है। राज्यभर में 1100 स्थानों पर सामूहिक गायन कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। बंगाल में इस कार्यक्रम को वहां की संस्कृति और अस्मिता से जोड़ने के संदेश के रूप में भी देखा जा रहा है। हालांकि, कुछ स्थानों पर इसके प्रति विरोध भी सामने आया है।
1 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में यह निर्णय लिया गया था कि वंदे मातरम् के 150 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में पूरे देश में व्यापक स्तर पर ‘राष्ट्र एकता उत्सव’ मनाया जाएगा। इस कार्यक्रम के अंतर्गत सांस्कृतिक, शैक्षणिक और सामाजिक गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा, ताकि राष्ट्रगीत के ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और वैचारिक महत्व को जन-जन तक पहुंचाया जा सके।
‘वंदे मातरम्’ का रचना वर्ष 1875 में बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय ने किया था। यह गीत स्वतंत्रता संग्राम के दौरान भारतीय एकता और राष्ट्रीय चेतना का प्रतीक बन गया। इसके 150 वर्ष पूरे होने पर देशभर में आयोजित हो रहे ये आयोजन राष्ट्रभक्ति, एकता और सांस्कृतिक गौरव के प्रतीक बनकर नई पीढ़ी को प्रेरित कर रहे हैं।