KNEWS DESK- सर्दियां आते ही गाजर बाजार में रंगत बिखेर देती है। लोग इसका इस्तेमाल सब्जी, हलवा, जूस और सलाद में तो करते ही हैं, लेकिन सबसे खास होता है गाजर का अचार, जो खाने में लाजवाब और सेहत के लिए भी फायदेमंद होता है। फर्मेंटेड अचार में प्रोबायोटिक्स पाए जाते हैं, जो पाचन तंत्र के लिए बेहद अच्छे माने जाते हैं। आइए जानते हैं, कैसे बनाएं दादी-नानी के स्वाद वाला पारंपरिक गाजर का अचार।

गाजर का अचार रेसिपी
आवश्यक सामग्री:
- गाजर – 500 ग्राम
- धनिया के बीज – 2 चम्मच
- मेथी के बीज – 1 चम्मच
- सरसों के बीज – 2 चम्मच
- सौंफ – 2 चम्मच
- जीरा – 2 चम्मच
- कलौंजी – 1 चम्मच
- हींग – एक चुटकी
- लाल मिर्च पाउडर – 2 चम्मच
- हल्दी पाउडर – 1 चम्मच
- आमचूर पाउडर – 1 चम्मच
- सिरका – 1 चम्मच
- सरसों का तेल – ¼ कप
- नमक – स्वादानुसार
अचार बनाने की विधि
- सबसे पहले गाजर को छीलकर पतले-पतले स्लाइस में काट लें।
- इन्हें पानी से अच्छी तरह धोकर छान लें और सूती कपड़े में रखकर पूरी तरह सुखा लें।
- एक कढ़ाही में मेथी, धनिया, सरसों, जीरा और सौंफ डालकर हल्का भून लें।
- ठंडा होने पर इन मसालों को दरदरा पीस लें।
- अब एक कढ़ाही में सरसों का तेल गर्म करें। जब तेल धुआं छोड़ने लगे, तो आंच बंद कर हल्का ठंडा होने दें।
- इसमें कलौंजी और हींग डालें, फिर कटे हुए गाजर डालकर दो मिनट तक मिलाएं।
- अब लाल मिर्च, हल्दी, पिसा हुआ मसाला, आमचूर पाउडर और नमक डालकर अच्छी तरह मिलाएं।
- अंत में सिरका डालें और सब कुछ मिक्स कर लें।
- आपका खुशबूदार और स्वादिष्ट गाजर का अचार तैयार है!
- इसे ठंडा होने के बाद साफ और सूखे कांच के जार में भर लें।
दूसरा तरीका: गाजर-अदरक-मूली का मिक्स अचार
अगर आप स्वाद में थोड़ा ट्विस्ट चाहते हैं, तो इस रेसिपी को ट्राई करें।
सामग्री:
गाजर, मूली, अदरक, हरी मिर्च, नमक, हल्दी, लाल मिर्च पाउडर, सौंफ, धनिया, मेथी, पीली सरसों, गरम मसाला और सरसों का तेल।
विधि:
- गाजर, मूली और अदरक को धोकर छील लें, फिर छोटे टुकड़ों में काट लें।
- हरी मिर्च को बीच से चीरा लगाकर दो हिस्सों में काटें।
- सौंफ, धनिया, जीरा, सरसों और मेथी के बीज को हल्का भूनकर दरदरा पीस लें।
- सब्जियों को एक बड़े बर्तन में लें, फिर मसाले, नमक, लाल मिर्च, हल्दी, कलौंजी और गरम मसाला डालकर मिलाएं।
- गरम किया हुआ (लेकिन ठंडा किया हुआ) सरसों का तेल डालें, फिर सिरका मिलाकर अच्छे से मिक्स करें।
आपका गाजर-अदरक-मूली का खट्टा-तीखा अचार तैयार है!
स्टोर करने का तरीका
- अचार को कांच या सिरेमिक के जार में ही रखें।
- अचार को धूप में 2-3 दिन रखें ताकि वह अच्छी तरह फर्मेंट हो जाए।
- इसे ठंडी और सूखी जगह पर स्टोर करें।
गाजर के अचार के फायदे
- पाचन को बेहतर बनाता है
- भूख बढ़ाने में मदद करता है
- शरीर में प्रोबायोटिक्स का स्तर बढ़ाता है
- ठंड के मौसम में इम्यूनिटी को मजबूत करता है
सर्दियों में बना हुआ गाजर का अचार न सिर्फ खाने का स्वाद बढ़ाता है बल्कि सेहत के लिए भी बेहद फायदेमंद होता है। तो इस बार बाजार से खरीदने की बजाय घर पर ही बनाएं दादी-नानी के हाथों का स्वाद खट्टा, तीखा और सुगंध से भरपूर गाजर का अचार!